किराये को लेकर तिपहिया चालकों और यात्रियों मे रोजाना हो रही है “भिड़ंत’

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ऋषिकेश। उफान पर चल रही चारधाम यात्रा के दौरान इन दिनों ऋषिकेश मैं तिपहिया चालकों की आए दिन यात्रियों से किराए को लेकर भिड़ंत हो रही है। वजह है, वाहनों मे किराया सूची का अंकित न होना।
शहर में दौड़ रहे सैकड़ों विक्रम एवं ऑटो वाहनों में किराया सूची अंकित ना होने की वजह से रोजाना सड़कों पर यात्रियों एवं चालकों की आपस मे तू तू मैं मैं होती दिख रही हैं। नोकझोंक के बाद अनेकों मर्तबा सर फुटव्वल की स्थिति भी बन जाती है। शहर के विभिन्न स्थानों पर शायद ही कोई ऐसा दिन गुजरता है जब कि यहां किराए को लेकर आटो चालकों और यात्रियों मे विवाद न होता हो, लेकिन हैरत की बात यह भी है कि इस मामले में स्थानीय प्रशासन कोई भी ठोस कदम उठाने को तैयार नहीं है। गौरतलब है कि कुछ वर्ष पूर्व ऋषिकेश में तमाम वाहनों पर किराया सूची अंकित जारी करने का प्रशासनिक फरमान जारी किया गया था,लेकिन उक्त व्यवस्था को तिपहिया वाहन चालकों ने ठेंगा दिखा दिया ।जिसकी वजह से आज तक उक्त व्यवस्था परवान नहीं चढ़ सकी है। बताया जाता है कि यहां विभिन्न रूटों पर चलने वाले तिपहिया वाहन चालक यात्रियों से मुंह मांगा किराया वसूलते है।विरोध करने पर आक्सर विवाद की स्थिति बन जाती है। मामला सिर्फ ऋषिकेश के विभिन्न रूटों पर चलने वाले ऑटो एवं विक्रम वाहनों तक ही सीमित नहीं है बल्कि हरिद्वार से ऋषिकेश आने वाले तिपहिया वाहनों में भी यही समस्या देखने को मिलती है।इस मामले को तिपहिया चालको का कहना है कि हरिद्वार से ऋषिकेश आते समय उन्हें बता दिया जाता है कि उनकी ड्रॉपिंग ऋषिकेश जयराम आश्रम चौक पर होगी लेकिन ऋषिकेश पहुंचने के बाद वह राम झूला अथवा लक्ष्मण झूला छोड़ने की जिद करने लगते हैं। यह विवाद अक्सर तीखी नोकझोंक मे बदल जाता है। अनेकों मर्तबा तो नोबत हाथापाई तक आ जाती है। जबकि एआरटीओ डॉ. अनीता शुक्ला का कहना है कि सभी वाहन चालको को आदेशित किया गया है कि वह किराया सूची अपने वाहनों पर चस्पा करें अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी लेकिन उसके बावजूद भी देखने में आ रहा है कि किराए को लेकर आए दिन सवारियों के बीच झगड़े हो रहे हैं जिनकी शिकायतें मिल रही है उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।