पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी और विस अध्यक्ष राणा केपी ने केदारनाथ में बर्फबारी के बीच बाबा केदार के दर्शन किये। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों से भी कांग्रेस नेताओं ने मुलाकात की। केदारनाथ में हो रही बर्फबारी से तापमान में भी काफी गिरावट आ गई है।
मंगलवार सुबह पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू समेत अन्य कांग्रेस नेता केदारनाथ धाम पहुंचे। केदारनाथ धाम पहुंचने से पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि धर्म पथ से बड़ा कोई कर्तव्य पथ नहीं है। गरीब को भोजन करा देना, रोते को हंसा देने से बड़ा कोई धर्म नहीं है। यह महादेव का संदेश है, इसलिए वे देवभूमि में बाबा केदार का आशीर्वाद लेने आए हैं।
सिद्धू ने कहा कि पंजाब के कल्याण में हम अपना कल्याण निहित करें। पंजाब और पंजाबियों की जीत हो, इसी कामना को लेकर केदारनाथ आये हैं और उनके साथ बाकी सभी लोग भी यही चाहते हैं। पंजाब और देश की भलाई के लिए ही वो प्रार्थना करेंगे। इस दौरान केदारनाथ के तीर्थ पुरोहितों ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू से मुलाकात की।
उल्लेखनीय है कि बीते रोज ही केदारधाम में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को देवस्थानम बोर्ड के मुद्दे को लेकर तीर्थ पुरोहितों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा था। तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें काले झंडे दिखाने के साथ ही नारेबाजी भी की थी। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री को केदारनाथ के दर्शन किए बगैर लौटना पड़ा था। पुरोहितों ने तो केदारनाथ में भाजपा नेताओं की एंट्री बैन करने की बात तक कही थी।
इसी घटना के ठीक एक दिन बाद पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहित व अन्य वरिष्ठ नेताओं ने केदारनाथ के दर्शन किए। भाजपा नेताओं के कड़े विरोध के बाद कांग्रेस नेताओं के इस दौरे के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।