आखिरकार लंबे इंतजार के बाद उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा हो गई है। आज शाम भाजपा के प्रदेश कार्यालय में विधानमंडल दल की बैठक में नए मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लग गई है। यह बैठक पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी भी केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद थीं।
धामी हांलाकि खटीमा से चुनाव हार गये थे, लेकिन, दोबारा मुख्यमंत्री पद हासिल कर धामी ने राज्य की राजनीति में एक नया रिकॉर्ड बनाया है। धामी उत्तराखंड में सीएम की कुर्सी पर दोबारा वापसी करने वाले पहले मुख्यमंत्री बने हैं।
इनके साथ प्रदेश प्रभारी एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी के अलावा भाजपा के सभी 47 विधायक, लोकसभा के 5 और राज्यसभा के 2 सांसद भी मौजूद थे। सभी विधायकों ने पुष्कर सिंह धामी को दोबारा सर्वसम्मति से प्रदेश का नया मुख्यमंत्री चुन लिया।
शाम पांच बजे प्रदेश भाजपा कार्यालय में विधानमंडल दल की बैठक शुरू हुई। केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने सबसे पहले सभी विधायकों से बात की। इसके बाद धामी को प्रदेश के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया गया। धामी के नाम पर मुहर लगने के बाद पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह ने दी।
कई दिनों से दिल्ली के केंद्रीय नेताओं के बीच उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के नाम पर मंथन चल रहा था। यह मंथन होली के पहले भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के बीच हुई थी। होली के बाद प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री सहित राज्य के अन्य वरिष्ठ नेताओं की गृहमंत्री अमित शाह के साथ बैठक हुई थी। दिल्ली से लेकर देहरादून तक कई दौर की बैठक के बाद अंततः पुष्कर सिंह धामी को ही नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया।
आज या कल सुबह मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख भी तय कर दी जाएगी। पिछले विधानसभा का कार्यकाल 24 मार्च तक है। इसलिए 24 मार्च से पहले मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण होने की पूरी संभावना है।
उत्तराखंड के पांचवीं विधानसभा के लिए हुए चुनाव में सभी 70 सीटों पर एक साथ 14 फरवरी को मतदान हुआ था। चुनाव का नतीजा 10 मार्च को आया था। इसमें भारतीय जनता पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी।
इस चुनाव में भाजपा ने 70 में से 47 सीटें जीतीं हैं। कांग्रेस को 19 सीटों पर जीत मिली है। 2 सीटों पर बसपा को जीत मिली है और 2 सीट पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता है।