कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने नैनीताल जनपद के बनभूलपुरा की घटना पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए सरकार का विरोध किया।
सोमवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में राष्ट्रीय सचिव काजी निजामुद्दीन ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बनभूलपुरा में उजाड़े गए 4.5 हजार से अधिक परिवार जो 50 वर्षों से वहां पर बसे हुए हैं। उस जमीन पर सरकार अपना दावा कर अतिक्रमण के नाम उन्हें उजाड़ कर बेघर करने का काम किया गया है। आवासीय मकान के साथ कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं।
इस भूमि पर सरकार पेयजल लाइन,सीवर लाइन,स्वास्थ्य केन्द्र मौजूद हैं। इस भूमि पर सरकारी योजनाएं विद्यालय कैसे मौजूद हैं। तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से रेवेन्यू लेकर शत्रु सम्पत्ति घोषित करते हुए उसकी नीलामी की गई। ऐसी स्थिति में अतिक्रमण के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश बेघर हुए लोगों के साथ खड़े हुए हैं और उनको न्याय दिलवाने के लिए उच्च न्यायालय की शरण ली। न्यायालय पीड़ितों के पक्ष अपना निर्णय जरूर लेगा।
पत्रकार वार्ता में प्रदेश उपाध्यक्ष मथुरा दत्त जोशी,प्रदेश महामंत्री याकूब सिद्धिकि,भारत जोड़ो यात्रा की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, महानगर कार्यकारी अध्यक्ष जसविंदर सिंह गोगी,वरिष्ठ नेता नीरज त्यागी,शीशपाल बिष्ट।