रेलवे सुरक्षा को किया जाए अभेद्य: डीजीपी

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देहरादून, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अनिल के रतूड़ी ने राज्य रेलवे सुरक्षा व्यवस्था समिति की एक उच्चस्तीरय बैठक ली। बैठक में रेलवे सुरक्षा को विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस दौरान डीजीपी ने रेलवे सुरक्षा को अभेद्य बनाने के लिए कई अहम बिंदुओं पर दिशा निर्देश भी दिए।

पुलिस मुख्यालय स्थित सभागार में आयोजित हुई बैठक में जानकारी देते हुए महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि, “बीते दिनों में ट्रेनों पर हुई पत्थरबाजी की 20 घटनाओं पर जीआरपी एवं आरपीएफ द्वारा संयुक्त रूप से कड़ी कार्यवाही करते हुए 23 असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया गया है। जिससे ऐसी घटनाओं में कमी आई है।” बताया कि, “वर्ष 2018 में ट्रेनों व रेलवे प्लेटफार्मों से बच्चों की तस्करी और उत्पीड़न पर रोकथाम की कार्यवाही करते हुए कुल 228 बच्चों को बरामद किया गया है। बीते 3 वर्षों में जीआरपी उत्तराखंड के अन्तर्गत रेलवे स्टेशन और रेलवे ट्रेकों से छेड़छाड़ की कोई भी आपराधिक घटना प्रकाश में नहीं आयी है।”

इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी विचार विमर्श व बीते सालों के डाटा के आधार पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। तमाम मामलों पर गौर करते हुए डीजीपी ने कई अहम दिशा निर्देश भी दिए। जहरखुरानी गतिविधियों और टप्पेबाजों पर लगाम कसने के मामले में डीजीपी ने कहा कि रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में टप्पेबाजी, जहरखुरानी गतिविधियों में सक्रिय एवं पेशेवर अपराधियों का चिन्हीकरण कर उनकी सूची का अदान-प्रदान कर उनके विरुद्ध निरोधात्मक कार्यवाही की जाए। इसके अलावा जंगली जानवरों के रेलवे ट्रैकों पर आने की सम्भावना के दृष्टिगत चिन्हीत किए गए 8 स्थानों में वन विभाग एवं टाईगर रिर्जव, देहरादून द्वारा कोरिडोर बनाए गए है, जिससे जानवर ट्रेकों पर न फसें व ट्रेनों का आवागमन सुचारु रुप से हो। साथ ही रेलवे स्टेशनों/ रेलवे ट्रेकों की सुरक्षा के लिये आरपीएफ, जीआरपी एवं स्थानीय पुलिस द्वारा रेलवे स्टेशनों में सयुंक्त रूप से प्रभावी चैकिंग के साथ-साथ पैदल व पुश ट्रॉली द्वारा रेलवे ट्रेकों का भी निरीक्षण किया जाए। इतना ही नहीं निकटस्थ गांवों के चौकीदारों/ग्राम सुरक्षा समिति के साथ गोष्ठी आयोजित करने के भी डीजीपी ने निर्देश दिए।

इन बिंदुओं पर हुई चर्चा 
– जीआरपी द्वारा देहरादून रेलवे स्टेशन में सीसीटीवी स्थापित किए जाने के प्रस्ताव पर आरपीएफ द्वारा आश्वासन दिया गया।
– रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण बिन्दु है। रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा के लिए श्वान दल एवं बम निरोधक दस्ते की सहायता से सघन चैकिंग की जाए।
– कोटद्वार में अस्थायी जीआरपी पुलिस चौकी खोले जाने का भी निर्णय लिया गया।
– रेलवे स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरों का परीक्षण कर लिया जाये तथा खराब सीसीटीवी कैमरों को सही कराया जाये तथा उनका रख-रखाव सुनिश्चित किया जाए।
– जीआरपी व आरपीएफ समन्वय स्थापित कर आपस में आपराधिक तत्वों एवं महत्वपूर्ण सूचनाओ के अदान-प्रदान हेतु व्हटस्एप ग्रुप बनाए।
– रेलवे प्लेटफार्म व ट्रेनों में महिला यात्रियों की सुरक्षा हेतु सादे वस्त्रों में पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया जाए।