उत्तराखंड में मौसम एक बार फिर करवट लेने जा रहा है। मौसम विभाग की मानें तो प्रदेशभर में 11 दिसंबर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग ने इस सप्ताह प्रदेश भर में पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान जताया है। इसके तहत देहरादून सहित प्रदेश भर में हल्की बारिश सहित पहाड़ों में बर्फबारी का अनुमान मौसम विभाग ने जताया है।उत्तराखंड के पहाड़ी इलाको में बर्फबारी नवम्बर माह से ही जारी है ऐसे में मौसम विभाग का ये अनुमान पहाड़ से लेकर मैदान तक लोगो की मुश्किलें बढ़ा सकता है।
प्रदेश भर में ठंड का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। देहरादून में रात का तापमान 7.2 डिग्री तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने अब 11 दिसंबर से मौसम बदलने का अनुमान जताया है। 11 को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं हल्की बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
2000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले स्थानों पर भी बर्फबारी की संभावना जताई गई है। 12 दिसंबर को प्रदेशभर में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है साथ ही पहाड़ों पर बर्फ पड़ने का अनुमान है,राजधानी देहरादून में भी 12 और 13 दिसंबर को हल्की बारिश होने की संभावना जताई जा रही है।
हालांकि 14 दिसंबर को राजधानी में आंशिक बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग के अनुसार बारिश और बर्फबारी की वजह से ठंड में और इजाफा हो सकता है।राजधानी देहरादून समेत प्रदेश में 11 दिसंबर से फिर से मौसम करवट लेगा वही 12 और 13 दिसंबर को कई जनपदों में बर्फबारी की संभावना है।मौसम विभाग ने चकराता , धनोल्टी, उत्तरकाशी , मुक्तेश्वर सहित कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जताई बर्फबारी की संभावना सबसे ज्यादा जताई है वही मैदानी क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है।बारिश और बर्फबारी से कड़ाके की ठंड पड़ सकती है क्योकि दिसंबर तक उत्तराखंड में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय रहेगा।
अगर मौसम विभाग का ये अनुमान सही साबित होता है तो निश्चित रूप से प्रदेश में कड़ाके की ठंड का आगाज हो जाएगा साथ ही लोगो को मुश्किलो से गुजरना पड़ेगा, पर इन सब के बीच पहाड़ी इलाको में बर्फबारी से यहां पर्यटकों का रुख भी बढ़ेगा जो स्थानीय व्यापारियों के लिए सुखद संकेत होगा।
उत्तरकाशी,मसूरी,धनोल्टी सहित औली जैसी जगहों पर भारी बर्फबारी होती है और यहां पर अनेक सेलानी इसका लुफ्त उठाने पहुचते है। निश्चित रूप से मौसम का ये रुख उनके लिए सुखद साबित होगा।जहाँ बर्फबारी से व्यापारियों और किसानों के चेहरे खिल रहे हैं क्योकि व्यापार से लेकर खेती तक के लिए बर्फबारी अच्छा संकेत होती है। मैदानों में शीत लहर का प्रकोप बढ़ जाता है जिससे ठिठुरन के साथ धुंध भी परेशान करती है, कुल मिलाकर आने वाले दिनों में बढ़ी हुई ठंड लोगों को और ठिठुरने पर मजबूर करेगी।