हरिद्वार, धर्मनगरी में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है। प्रदेशभर के पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। हरिद्वार में गुरुवार देर रात से झमाझम बारिश हो रही है। जिसके चलते स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। लगातार बारिश से लोगों को कोरोना वायरस का डर भी सताने लगा है। स्थानीय लोगों को डर है कि बरसात में भीगने की वजह से बुखार, सर्दी-जुकाम और खांसी होने की संभावना बढ़ जाती है। कोरोना वायरस से शुरुआती लक्षण भी होते हैं। ऐसे में लोग अपने घरों में कैद हो गए हैं और काफी सावधानी बरती जा रही है। वहीं, बारिश की वजह से परेशान स्थानीय लोगों का कहना है कि कल देर रात से ही क्षेत्र में भारी बारिश हो रही है, साथ ही तेज हवाएं भी चल रही हैं। इस वजह से लोगों काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बारिश के कारण जहां ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं भूमिगत विद्युत लाईन व गैस लाईन के डाले जाने के कारण शहर की सड़के खुदी होने से शहर में कीचड़ का साम्राज्य स्थापित हो गया है। जहां लोग बरसात के कारण ठंड से परेशान हैं वहीं कीचड़ के कारण उन्हें समस्याओं से दो-चार होना पड़ा। वहीं बरसात के कारण फसलों को भी नुकसान हुआ है।
नैनीताल में मौसम की सातवीं बर्फबारी
नैनीताल, सरोवरनगरी में शुक्रवार को मौसम की सातवीं व इस वर्ष की तीसरी बर्फबारी हुई। जिले में रात से ही हो रही बारिश के दौरान नैनीताल की सबसे ऊंची-समुद्र सतह से 2610 मीटर ऊंची नैना पीक चोटी पर बर्फ की हल्की सफेद चादर बिछ गई।
नई टिहरी में मूसलाधार बारिश, धनोल्टी में हल्की बर्फबारी
नई टिहरी, जिले में शुक्रवार दोपहर तेज हवाओं के बीच जमकर बरसात हुई। बारिश से पूरा टिहरी जनपद ठंड की आगोश में आ गया। धनोल्टी में बारिश के बीच हल्की बर्फ गिरी है। जिले के प्रतापनगर, कंडीसौड़, चंबा, लंबगांव, देवप्रयाग, धनोल्टी आदि में भी बारिश के कारण मौसम सर्द हो गया है।
भराड़ीसैंण में बिगड़ा मौसम, भीषण बर्फबारी
भराड़ीसैंण, उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी भराड़ीसैंंण में दोपहर को अचानक मौसम बिगड़ा और हल्की बूंदाबांदी शुरू हुई । करीब 15-20 मिनट की बूंदाबांदी के बाद यहां पर जोरदार बर्फबारी शुरू हो गई है। अपराह्न तीन बजे तक तकरीबन 6 इंच बर्फबारी हो चुकी है, जो निरंतर जारी है। इसकी वजह से मौसम बहुत ठंडा हो गया है। सड़कों पर बर्फबारी होने के कारण फिसलन हो गई है, जिसकी वजह से वाहन भी नहीं चल पा रहे हैं। लोग कमरों में मजबूरी में कैद होने को विवश है।