बेमौसमी बारिश ने काश्तकारों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे गेहूं की खड़ी फसलों को भारी नुकसान तो हो ही रहा है। चारधाम यात्रा पर इसका असर पड़ रहा है। मई का पूरा महीना आज समाप्त हो रहा, लेकिन इस बार मई महीने की तफ्तीश कहीं भी देखने को नहीं मिली। आलम यह है कि सर्दी से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़े पहनने को मजबूर होना पड़ रहा है।
लगातार हो रही बारिश और ओलावृष्टि से काश्तकारों की खड़ी फसलें तबाह हो रही हैं। इसका सर्वाधिक असर जहां गेहूं की फसल पर पड़ा है वहीं गंगोत्री यमुनोत्री धाम में ठिठुरन बढ़ गई है, जिससे चारधाम यात्रा में कम श्रद्धालुओं की संख्या कम हो गई है।
मंगलवार को भी सुबह से ही यमुनोत्री-गंगोत्री तीर्थ धाम सहित समूचे जिले भर में भारी मूसलाधार बारिश से पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो रहा है।
उधर भारी बारिश के चलते मोरी के सांकरी जखोल मोटर मार्ग पर भारी मलबा आ गया है, जिससे सड़क बाधित हो गई। गंगोत्री तीर्थ धाम के पुरोहित राजेश सेमवाल ने बताया कि बारिश के बीच चारधाम यात्रा तो जारी है, लेकिन इससे यात्रा पर फर्क पड़ा है।
गंगा पुरोहित सभा के द्वारा ठंड से ठिठुर रहे यात्रियों के लिए चाय और झंगोरे की खीर का प्रसाद वितरित किया जा रहा है।