प्रदेश में बारिश व भूस्खलन से चारधाम यात्रा मार्गों सहित तमाम सड़कें बार-बार अवरुद्ध हो रही हैं। बदरीनाथ हाईवे लामबगड़ में रविवार से लगातार अवरुद्ध चल रहा है। उधर ऋषिकेश यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डाबरकोट ओजरी के पास मलवा आने से एक बार फिर से अवरुद्ध हो गया है। मार्गों को खोलने का प्रयास किया जा रहा है। लिहाजा बारिश और भूस्खलन ने यात्रियों व स्थानीय लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक प्रदेश की तमाम सड़कें अवरुद्ध हैं। मंगलवार सुबह दस बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार देहरादून जिले में सात ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। टिहरी जिले में 4 ग्रामीण तथा एक राज्य मार्ग अवरुद्ध है। चमोली जिले में ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) लामबगड़ के पास बंद है। साथ ही जिले में 25 ग्रामीण मोटरमार्ग भी अवरुद्ध हैं।
रुद्रप्रयाग जिले में मंगलवार सुबह आठ बजे तक 280 तीर्थयात्री द्वारा केदारनाथ के दर्शन किए गए जिनमें से 82 तीर्थयात्री दर्शन कर वापस लौट चुके हैं। जिले में स्थिति सामान्य है। ऋषिकेश-केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग और सोनप्रयाग केदारनाथ पैदल मार्ग खुला हुआ है। पौड़ी जिले में 24 ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध है। अलकनंदा नदी का जलस्तर मंगलवार सुबह सात बजे 534 मीटर मापी गई, जबकि खतरे का निशान 536 मीटर है। हरिद्वार जिले में छह ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। गंगा नदी का जलस्तर 292.65 मीटर मापी गई। जबकि खतरे का स्तर 294 मीटर है।
इसी तरह पिथौरागढ़ जिले में नौ सड़क के अवरुद्ध है। ऊधमसिंह नगर जिले में स्थिति सामान्य है। अल्मोड़ा जिले में चार ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। नैनीताल जिले में स्थिति सामान्य है। बागेश्वर जिले में नौ मोटर मार्ग अवरुद्ध है। चंपावत में पांच ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है। टनकपुर चंपावत एनएच 09 सिन्याड़ी के पास मलवा आने से यातायात अवरुद्ध है। मार्गों को खोले जाने का प्रयास किया जा रहा है। मौसम विभाग विज्ञान केन्द्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के कुमांऊ क्षेत्र में कहीं-कहीं अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना है।