उत्तराखंड : अब प्रदेश में बारिश का दौर होगा कमजोर, 28 अगस्त तक येलो अलर्ट

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मानसून

उत्तराखंड में अब बारिश से राहत मिलने के आसार हैं। प्रदेश में 28 अगस्त तक कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश की बौछारों को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। बारिश कम होने की स्थिति में चारधाम सहित राज्य में अन्य स्थानों पर यात्रा कर सकते हैं। प्रदेश में 02 राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कुल 158 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं।

शनिवार को देहरादून सहित प्रदेश भर में सुबह धूप निकली। हालांकि आसमान में बादल बने हुए हैं। सूर्यदेव के बादलों के बीच निकल रहे हैं। राजधानी में चिलचिलाती धूप निकली हुई है।

मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान में आज (शनिवार) और 28 अगस्त को उधमसिंह नगर और हरिद्वार को छोड़कर अन्य 11 जिलों में येलो अलर्ट और 27 अगस्त को राज्य भर के लिए येलो अलर्ट जारी है। इस दौरान बिजली चमकने के साथ कई दौर की बारिश होने की संभावना है। उत्तराखंड में जुलाई में 552.7 एमएम बारिश हुई थी जो सामान्य से 32 फीसदी अधिक है। जबकि, 25 अगस्त तक 342.3 एमएम बारिश हो चुकी है। यह सामान्य से पांच फीसदी अधिक है।

मौसम केन्द्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि मानसून सीजन में तेज बारिश का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी प्रणाली का सक्रिय प्रभाव है। अगले 08 से 10 दिन तक बारिश के कमजोर रहने की संभावना हैं। कुछ जगहों पर खासकर कुमाऊं रीजन के जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी और धूप भी निकलेगी। इस दौरान राज्य में चारधाम सहित अन्य स्थानों की यात्रा कर सकते हैं।

राज्य आपदा परिचालन केन्द्र के सुबह जारी आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में दो राष्ट्रीय राजमार्ग और 05 बॉर्डर व 08 राज्य मार्ग सहित लगभग 158 अन्य सड़कें अवरुद्ध हैं।

पिथौरागढ़ जिले में मोटर मार्ग- राष्ट्रीय राज मार्ग-1447 (बीआरओ) रामगंगापुल क्वीटी-बिर्थी मोटर मार्ग रामगंगापुल पर बनिक के पास वॉशआउट और बागेश्वर जिले में शामा रामगंगापुल. राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-109) किमी. 88.900 में क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात अवरुद्ध है। सीमांत जिला पिथौरागढ़ में 05 बॉर्डर मार्ग भी बंद हैं। बंद मार्गों को खोलने का कार्य जारी है।