मौसम विभाग की भारी बारिश की चेतावनी सही हो रही है।पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश ने बढ़ा दी हैं लोगों की मुसीबतें। ऋषिकेश में गंगा में पानी बढ़ने का असर मैदानी भागो में पड़ रहा है। इनमें खासतौर पर हरिद्वार और पशिचमी उत्तरप्रदेश के गंगा तटों पर पानी खतरे के निसान के पास पहुंच रहा है।
इन दिनों पूरा उत्तराखंड मौसम की मार झेल रहा है, पहाड़ो से लेकर मैदानों तक पानी ही पानी देखने को मिल रहा है ऐसे में मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा भी मंडराने लगा है। तीर्थनगरी ऋषिकेष में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है जिससे गंगा के किनारे रह रहे लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है।
उत्तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी बिल्कुल सटीक बैठी है। ऋषिकेश-देहरादून समेत उत्तराखंड के ज्यादातर हिस्सों में देर रात और सुबह से मध्यम और तेज़ बारिश की सूचनाये मिल रही है। ख़ासकर पहाड़ों में जिस तरह तेज बारिश हो रही है उससे मैदानी इलाकों में बाढ़ के खतरों के संकेत देने शुरू कर दिए है। बात करे ऋषिकेश की तो यहां गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को छूने को बेताब नजर आ रहा है। पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश के चलते यहां गंगा का पानी घाटों तक पहुँच गया है जिससे गंगा के तटों पर रह रहे लोगों में डर का माहौल बन गया है।
प्रदेश में हो रही लगातार बारिश से भागीरथी-मंदाकनी और अलकनंदा नदी उफान पर है। उत्तरकाशी-टिहरी में हो रही बारिश के चलते टिहरी डाम का जलस्तर भी लगातार बढता जा रहा है। प्रदेश में मौसम के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। तो वहीं मौसम विभाग ने अभी और अधिक बारिश की संभावनाओ को जताया है, ख़ासकर अगले एक-दो दिनों तक पहाड़ो पर तेज बारिश जारी रह सकती है। आपको बता दे कि यहाँ हो रही बारिश से गंगा की सभी सहायक नदिया और गदेरे बढ़ने लगे है जिसका सीधा असर मैदानी भागो में पड़ता दिख रहा है।
माना जा रहा है प्रदेश में 6 अगस्त तक आसमानी आफत बरसती रहेगी, जिसके चलते एतिहात के तौर पर प्रसाशन ने लोगो को सुरक्षित स्थानों की जाने की अपील है, अब देखने लायक बात होगी कि ऐसी प्रस्तिथि से निपटने के लिए प्रशाशन क्या काम करता है।