हरिद्वार, प्राकृतिक सुंदरता और जंगली जानवरों से गुलजार राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क खुलने के बाद न केवल भारतीय बल्कि विदेशी पर्यटक भी जंगल सफारी का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं।
जंगली जानवरों के लिए विख्यात हरिद्वार के राजाजी टाइगर रिजर्व में हाथी, गुलदार हिरन, सांभर और कई जंगली जानवरों का यहां पर दीदार होता है, इसलिए राजाजी टाइगर रिजर्व में हर साल पर्यटकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है। इसमें विदेशी पर्यटक भी भारी संख्या में शामिल हैं, जो राजाजी टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के लुत्फ के साथ-साथ जंगली जानवरों का दीदार भी करते हैं।
राजाजी टाइगर रिजर्व खुलते ही देसी-विदेशी पर्यटक से गुलजार है। पार्क में देसी पर्यटकों के साथ ही विदेशी पर्यटक भी भारी संख्या में पहुंच रहे हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्क में जाने के लिए ओपन जिप्सी विशेष तौर पर लगाई गई है। पार्क की सुंदरता को देख यहां आने वाले विदेशी पर्यटक काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
विदेशी पर्यटकों का कहना है कि वो काफी खुश हैं। भारत में सबसे ज्यादा हाथी देखने को मिलते हैं और यह पार्क अपने आप में बहुत ही अद्भुत है। राजाजी टाइगर रिजर्व के चीला रेंज के रेंजर अनिल पैन्यूली का कहना है कि विदेशी पर्यटकों के साथ सबसे बड़ी समस्या एक दूसरे की जानकारी को साझा करने की होती है। इसके लिए नेचर गाइडों को प्रशिक्षित किया गया है। जो विदेशी भाषा अच्छी तरह से समझते हैं।
पैन्यूली ने बताया कि पर्यटकों के लिए पार्किंग की सुविधा भी की गई है। पार्किंग के लिए जोन बना दिए गये हैं जिससे पर्यटकों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना ना करना पड़े। उन्होंने बताया कि पिछली बार पार्क में करीब 1700 विदेशी पर्यटक आए थे। इस बार भी भारी संख्या में विदेशी की पर्यटकों के पहुंचने के आसार हैं, क्योंकि इस साल पार्क का प्रचार-प्रसार खूब किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस बार पार्क में ढाई हजार से तीन हजार तक विदेशी पर्यटकों के आने की संभावना है। राजाजी टाइगर रिजर्व में पिछले एक दशक में जानवरों की संख्या में भी खासा इजाफा हुआ है। यही कारण है कि जहां एक ओर यहां आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है तो वहीं पर्यटकों की सुरक्षा के लिए भी पार्क प्रशासन मुस्तैद है।