ऋषिकेश, श्री गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति एवं हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में स्पर्श गंगा दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों, सामाजिक संस्थाओं और महिलाओं ने एक जागरुकता रैली निकाली।
रैली का आयोजन मधुबन आश्रम से लेकर मुनी की रेती कैलाश गेट 14 बीघा ढालवाला से होते हुए राजीव ग्राम से पुनः भजन गढ़ से होते हुए मधुबन आश्रम में संपन्न हुई। इस दौरान संस्था ने एक गोष्ठी का आयोजन भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डॉ. प्रभाकर बडोनी ने स्पर्श गंगा दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला और विगत एक दशक से स्पर्श गंगा के कार्यों के बारे में बताया।
डॉ. केएल तलवार ने स्पर्श गंगा कार्यक्रम के अनुभवों को साझा करते हुए जलसंपदा के संरक्षण का आह्वान किया। संस्था के संरक्षक चंद्रवीर पोखरियाल स्पर्श गंगा कार्यक्रम के जगह-जगह अपने क्षेत्र के के जल संसाधनों के संरक्षण एवं गंगा सुरक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया। इस अवसर पर डॉ. कृष्ण कुमार उप्रेती एवं डॉक्टर सर्वेश्वर उनियाल ने गंगा एवं सहायक नदियों की तुलना मानव की रुधिर वादियों से करते हुए उन्हें स्वच्छ एवं निर्मल रखने का आह्वान किया। उन्हाेंने जल संरक्षण की महत्ता बताते हुए उसके संरक्षण और स्वच्छ रखने पर अपनी बात कही। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव पंडित रवि शास्त्री ने किया।
इस अवसर पर गंगा सुरक्षा एवं पर्यावरण सेवा समिति ने क्षेत्र में गंगा के प्रति अपनी जिम्मेवारी समझ रहे व्यक्तियों को सम्मानित भी किया। इसमें स्वामीनारायण आश्रम डीबीएस स्कूल बालिका विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, श्याम कृष्ण पवार सरस्वती शिशु मंदिर एमएन मिश्रा, योगालय आश्रम गंगा वाटिका गंगा सुरक्षा सेवा समिति वी गंगा स्वच्छ अभियान को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर स्वामी परमानंद दास ,सुनील भगत आदि में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के पश्चात 400 बच्चों काे नव मधुबन आश्रम के प्रमाण दक्ष स्वामी परमानंद महाराज ने संकल्प दिलवाया।