रावत ने दिये मोदी के दौरे को ज़ीरो नंबर

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मंगलवार को देहरादून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चारधाम सड़क परियोजना के शिलान्यास और उसके बाद जन संबोधन को सूबे के मुखिया हरीश रावत ने ज़ीरो नंबर दिये हैं। बुधवार को देहरादून में ख़ासतौर पर बुलाई गई प्रेसनोट कॉन्फ़्रेंस में रावत ने कहा कि ऑल वेदर रोड और चार धाम रोड प्रोजेक्ट कोई नई योजनाओं नहीं है। ये परियोजना यूपीए के समय शुरू की गई थी और इससे जुड़ेंगे मसलों पर लंबे समय से केंद्र और राज्य सरकार के बीच वार्ता होती रही है। ऐसे में राज्य में चुनावों को देखते हुए केंद्र सरकार ने इस परियोजना को नये नाम से की लॉंच कर दिया है।

चर्चित सीडी कांड पर भी रावत ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहला कि सीडी मसले पर ऐसा कुछ नहीं है जिसकी जाँच सीबीआई से कराई जाये। उन्होने कहा कि सीबीआई केंद्र सरकार का खिलौना बनकर रह गई है और चुनावों से ठीक पहले सोची समझी रणनीति के तहत केंद्र इस संस्था का इस्तेमाल कर रही है।  रावत ने कहा कि क्यों ठीक चुनावों के ऐलान से पहले सीबीआई ने उन्हें सम्मन भेजा?

आपदा प्रबंधन और इससे जुड़े घोटालों के आरोप पर रावत मेल कहा कि उस समय जो लोग निर्णयसकरने की स्थिति में थे वो आज बीजेपी में ही हैं और प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा कर रहे थे। ऐसे में बीजेपी या उनके नेताओं को कोई अधिकार नहीं है आरोप लगाने का। रावत ने कहा कि आपदा से जुड़ेंगे मामलों की जाँच हो चुकी है और कोई घोटाला नहीं पाया गया।  बक़ौल रावत उनकी सरकार के सामने आपदा के बाद यात्रा को दोबारा सुचारू रूप से शुरू करना सबसे बड़ी चुनौती थी। उन्होने उन अधिकारियों को इस काम की ज़िम्मेदारी दी जो इस कामों को बख़ूबी अंजाम दे सकते थे। और इन प्रयासों का नतीजा आज देखने को मिल रहा है जब यात्रा में वापस पुराने समय जैसी रौनक़ लौट आई है।

रावत ये सभी बातें पहले भी कहते रहे हैं लेकिन मोदी की देहरादून हुई जनसभ और उसमें आई भीड़ से ये साफ़ है कि रावत ने मुक़ाबला सीधे नरेंद्र मोदी से मान लिया है। इस लड़ाई का राउंड वन तो रावत ने अपनी सरकार बचाकर जीत लिया था लेकिन अभी फ़ाइनल मुकाबला बाकी है जिसे जीतने के लिये दोनों पक्ष अपनी पूरी ताक़त झोंक देने वाले हैं।