उत्तराखंड चुनाव 2022: टिकट न मिलने पर भाजपा में नाराजगी

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उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए आज भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। इस सूची में 59 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। 11 सीटों पर पार्टी अभी उम्मीदवार तय नहीं हुए हैं। जिन सीटों पर उम्मीदवार घोषित हुए , उनमें से कुछ सीटों पर टिकट नहीं मिलने से नाराजगी सामने आ रही है।

पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री जगवीर सिह भंडारी ने भाजपा के घोषित प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने का भी ऐलान कर दिया है। जगवीर सिंह यमुनोत्री सीट से टिकट के दावेदार थे लेकिन पार्टी ने केदार सिंह को टिकट दिया है। जगवीर सिंह 2012 का चुनाव लड़ चुके हैं। तब उन्हें 12 हजार से अधिक वोट मिले थे।

पार्टी के प्रदेश मंत्री बलवीर घुनियाल से टिकट चाह रहे थे। पार्टी ने यहां 2018 में कांग्रेस से आये भूपाल राम टम्टा को टिकट दिया है। घुनियाल 2007 से टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं। टिकट न मिलने पर वे कहते हैं, ‘पार्टी यदि इसी तरह दूसरे दलों से आये नेताओं को टिकट देगी तो इससे लंबे समय से जुड़े पार्टी कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा।’ यहां से निर्वाचित विधायक मुन्नी देवी शाह का टिकट काटकर भूपाल राम को दिया गया है।

देवप्रयाग में मगन सिंह बिष्ट ने टिकट न मिलने पर नाराजगी जताई है। पार्टी ने यहां सिटिंग विधायक विनोद कंडारी को ही फिर से उम्मीदवार बनाया है। वे कहते हैं कि कार्यकर्ता चाहते हैं, मैं चुनाव लड़ूं। इसलिए विधानसभा चुनाव लड़ूंगा और जवाब दूंगा।

कर्णप्रयाग विधानसभा से टिकट न मिलने पर भाजपा के वरिष्ठ नेता टीका प्रसाद मैखुरी ने भी पार्टी के विरोध में चुनाव लड़ने का एलान किया है। टिकट की घोषणा होने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर खुली नाराजगी जताई।