चारधाम यात्रा को लेकर विश्वभर के तीर्थयात्रियों में उत्साह देखा जा रहा है। इस बार चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण अनिवार्य है। ऐसे में मात्र 29 दिनों में तीर्थयात्रियों के पंजीकरण का आंकड़ा 27 लाख के करीब पहुंच चुका है। चारधाम यात्रा को लेकर तीर्थयात्रियों में जिस तरह उत्साह है, उससे माना जा रहा है कि यात्रियों की संख्या इस बार नया रिकॉर्ड बनाएगी। पिछली बार 56 लाख तीर्थयात्रियों ने चारधाम यात्रा दर्शन किए थे।
चारधाम यात्रा में साल दर साल श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ती जा रही है। चारधाम यात्रा के लिए 29 दिनों में 26,73,519 पंजीकरण सुखद संकेत हैं। वहीं 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ महज पांच दिनों में श्रीकेदारनाथ धाम में अब तक कुल 1263306 तीर्थयात्री शीश नवा चुके हैं। प्रतिदिन के हिसाब से 23807 तीर्थयात्री हर रोज दर्शन करने श्रीकेदारनाथ धाम आ रहे हैं। इसी प्रकार यमुनोत्री धाम में अब तक कुल 59158 तो गंगोत्री धाम में 48378 तीर्थयात्री दर्शन कर चुके हैं। मंगलवार को यमुनोत्री में 15630 व गंगोत्री में 11734 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
चारधाम यात्रियों के लिए विशेष सुविधा
मुख्यमंत्री धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। इसमें चारों धामों में श्रद्धालुओं के लिए ऑनलाइन पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत एंबुलेंस उपलब्ध करना और डॉक्टरों की एक विशेष टीम का गठन जिसके कारण श्रद्धालुओं के लिए यात्रा बेहद सुविधाजनक है। चारधाम तीर्थ स्थलों पर हेल्थ एटीएम भी स्थापित किए गए हैं, जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवाएं प्रदान कर रहा है।
चारधाम दर्शन के लिए प्रतिदिन आ रहे 67,965 तीर्थयात्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को और अधिक सुगम व सफल बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। इसके परिणाम स्वरूप ये आंकड़े आने वाले वर्षों में अनेक नए कीर्तिमान स्थापित करेंगे। हालांकि अभी तो यात्रा शुरू हुई है। 10 मई से शुरू हुई चारधाम यात्रा के लिए अब तक 26,73,519 तीर्थयात्री पंजीकरण करा चुके हैं। यमुनोत्री के लिए 4,21,366, गंगोत्री के लिए 4,78,576, श्रीकेदारनाथ के लिए 9,00,707, श्रीबद्रीनाथ के लिए 8,13,558 तो हेमकुंड साहिब के लिए 59,312 तीर्थयात्री पंजीकरण कराए हैं। प्रतिदिन के हिसाब से 67,965 तीर्थयात्री हर रोज चारों धाम के दर्शन करने आ रहे हैं। पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू हुआ था।