देहरादून। दून अस्पताल समेत जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को रेफर करना आसान नहीं होगा। बहुत जरूरत होगी, तभी मरीज रेफर होंगे। जो मरीज रेफर होंगे भी, उनका पूरा ब्यौरा एक रजिस्ट्रर में दर्ज करना होगा। उस रजिस्ट्रर की महीने में समीक्षा सीएमओ खुद करेंगे।
कुछ दिनों पूर्व जनता दरबार में शिकायत की गई थी कि डाक्टरों ने देखे बिना ही सरकारी अस्पताल से मरीज को रेफर कर दिया । उसके बाद जिलाधिकारी ने इस संबंध में सीएमओ से जरूरी कार्रवाई करने के निर्देश दिये थे। सीएमओ डा वाईएस थपलियाल ने बताया कि, दून अस्पताल समेत जिले के सभी सीएचसी और पीएचसी में एक रजिस्ट्रर रखा जायेगा। जो भी मरीज रेफर किया जायेगा। उससे पहले उस रजिस्ट्रर में मरीज का नाम, उसकी बीमारी और क्यों रेफर किया जा रहा है। इसका विवरण लिखा जायेगा। जब मामला गंभीर होगा, तभी मरीज को रेफर किया जाना सुनिश्चित किया जायेगा। माह के अंत में इस रजिस्ट्रर के आधार पर मरीज के तिमारदारों से संपर्क भी किया जा सकता है। अगर ड्यूटी पर तैनात डाक्टर की लापरवाही पाई गई तो फिर कार्रवाई होगी।