रुद्रपुर, उपनिबंधक दफ्तर में अब घूसखोरी पर प्रतिबंध लगाने के लिए सब रजिस्ट्रार महेश द्विवेदी ने अनोखी पहल की है। उन्होंने लोगों को जागरूक करने के लिए तहसील परिसर में लाउडस्पीकर लगवा दिया है, जिसके जरिए यह प्रचार किया जा रहा है कि रजिस्ट्री कराने वाले लोग दलालों के चक्कर में न पड़े, जो धनराशि दी जाए, उसकी रसीद जरूर लें। यदि कोई उनसे अतिरिक्त शुल्क की मांग करें तो उनसे सीधे संपर्क करें। सब रजिस्ट्रार की इस पहल से रिश्वतखोरों में हड़कंप मचा हुआ है।
गौरतलब है कि हाल में ही भ्रष्टाचार की विभिन्न शिकायतों के बाद सब रजिस्ट्रार शिव प्रसाद पांडेय को निलंबित किया गया है। उनके निलंबन के बाद सब रजिस्ट्रार के पद पर ईमानदार छवि के महेश द्विवेदी को तैनात किया गया है। श्री द्विवेदी ने सब रजिस्ट्रार दफ्तर के नाम से दलालों द्वारा ली जाने वाली घूस की रकम पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। उन्होंने अपनी आवाज में बाकायदा रिकार्डिंग की है कि रजिस्ट्री के नाम पर किसी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क न दिया जाए। यह भी स्पष्ट किया है कि रजिस्ट्री दफ्तर में अधिकतम कितनी फीस ली जाती है, कहा है कि रजिस्ट्री के लिए अनाधिकृत व्यक्तियों एवं दलालों के चक्कर में न पड़े तथा सही जानकारी व संपत्ति के सही फोटो ही लगाए जाएं। रिकार्डिंग में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टारलेंस नीति के तहत जिलाधिकारी से हुई वार्ता के क्रम में लोग सब रजिस्ट्रार दफ्तर में होने वाली किसी भी असुविधा के लिए उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। इस रिकार्डिंग को तहसील परिसर में बाकायदा लाउडस्पीकर लगा कर प्रचारित किया जा रहा है। यहां बता दें कि सब रजिस्ट्रार दफ्तर में दो प्रतिशत तक की घूस लिए जाने की शिकायतें पहले से ही आम हैं। घूसखोरी रोकने के लिए सब रजिस्ट्रार ने यह प्रभावी कदम उठाया है। सब रजिस्ट्रार के इस कदम से दलालों में हड़कंप मचा हुआ है। सब रजिस्ट्रार उन लोगों से भी बात कर रहे हैं जो रजिस्ट्री कराने उनके दफ्तर में आ रहे हैं। उनसे यह पूछा जा रहा है कि कहीं किसी ने उनसे ज्यादा शुल्क तो नहीं लिया। कहीं दफ्तर के खर्चे के नाम पर घूस की रकम तो नहीं वसूली जा रही है।