गढ़वाली एल्बम चंद्री मोहिनी का विमोचन

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ऋषिकेश, उत्तराखंड में बड़ी संख्या में भारतीय सेना और पैरों मिलिट्री में बड़ी संख्या में युवा काम करते हैं जो अपनी मेहनत और लगन से देश की सीमाओं के साथ-साथ हनी क्षेत्रों में भी अपनी सेवाएं देते हैं। ऐसा ही एक जवान है गूलर दोगी पट्टी का प्रमोद रावत जिसने आंचलिक लोकगीतों को बढ़ावा देने की ठानी है। इसी कड़ी में चंद्र मोहिनी नाम का एल्बम का इस युवा फौजी की आवाज में ऋषिकेश प्रेस क्लब में विमोचन किया गया।
उत्तराखण्ड के जिला टिहरी गढ़वाल में नरेंद्रनगर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत दोगी पट्टी के मज्याडी गांव निवासी प्रमोद रावत ने चन्द्री मोहनी गढ़वाली चित्र गीत के विमोचन के अवसर पर बताया कि वह वर्तमान में शस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की पैरा विंग में जम्मू-कश्मीर के बारामूला सेक्टर में तैनात है। बचपन से ही उन्हें गाने का शौक था, जिसके चलते वह अब तक छह गढ़वाली एल्बमों में गा चुके है। वही उन्होंने बताया कि सेना में रहते हुए भी वह देश सेवा के साथ ही संगीत को अपने जीवन मे संजोए हुए है। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु बिजल्वाण ने कहा ही गाँव से शुरू हुआ प्रमोद रावत का संगीत का सफर संगीत प्रेमियों के लिए एक मिशाल है जिससे पहाड़ से होने वाले पलायन को भी रोकने का कार्य उनके संगीत में झलकता है। एल्बम निर्माता त्रिलोक रावत ने कहा कि वह अपनी एल्बमों में पहाड़ के दर्द के साथ ही मनोरंजन को भी स्थान देते है जिससे पहाड़ की सुंदर वादियों को फिल्मांकन के माध्यम से दर्शकों व स्रोताओं तक पहुँचाया जा सके। सामाजिक कार्यकर्ता सरदार सिंह पुंडीर ने कहा कि उत्तराखण्ड में बनने वाली एल्बमों में पलायन को भी फोकस किया जाना चाहिए जिससे दूर-दराज में रहने वाले ग्रामीणों की समस्या को उजागर कर सरकार का ध्यान दिलाते हुए पलायन को रोका जा सके। इस अवसर पर गायक धूम सिंह रावत, साहब सिंह रमोला, ज्योति रावत, सोहन सिंह पुंडीर, अभिनेता पुरुषोत्तम जेठूडी, हुक्म सिंह चौहान व धनराज शौर्य आदि उपस्थित थे।