उत्तराखंड आपदा के नौंवे दिन सोमवार को रेस्क्यू आपरेशन में जुटे जांबाजों ने छह व्यक्तियों के शव बरामद किए हैं। इस आपदा में 204 लोग लापता हुए थे। अब तक इनमें से 56 के शव अलग-अलग स्थानों से बरामद कर लिए गए हैं। स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, एफएसएल रेस्क्यू, खोज, बचाव-राहत एवं डीएनए सैम्पलिंग के कार्यों में लगी हुई हैं। यह जानकारी डीआईजी (अपराध एवं कानून व्यवस्था) एवं उत्तराखंड पुलिस के प्रवक्ता नीलेश आनन्द भरणे ने यहां शाम को दी। चमोली जिले के जोशीमठ में 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही हुई है।
-चमोली जिले से 46, रुद्रप्रयाग से सात, पौड़ी गढ़वाल से एक, टिहरी गढ़वाल से दो शव बरामद
-29 लोगों की शिनाख्त, बाकी की पहचान के लिए दूसरे राज्यों की पुलिस से किया गया संपर्क
उन्होंने बताया कि अब तक चमोली से 46, रुद्रप्रयाग से 7, पौड़ी गढ़वाल से 1, टिहरी गढ़वाल से 2 शव बरामद किए जा चुके हैं। इनमें से 29 लोगों की शिनाख्त हो गई है। 27 लोगों की शिनाख्त नहीं हो पाई है। लापता लोगों के सम्बन्ध में अब तक कोतवाली जोशीमठ में 52 एफआईआर पंजीकृत की जा चुकी हैं। इसके साथ ही जनपद चमोली के विभिन्न स्थानों से 22 मानव अंग भी बरामद किए गए हैं। बरामद सभी शवों एवं मानव अंगों का डीएनए सैम्पलिंग और संरक्षण के सभी मानदंडों का पालन कर सीएचसी जोशीमठ, जिला चिकित्सालय गोपेश्वर एवं सीएचसी कर्णप्रयाग में शिनाख्त के लिए रखा गया। अभी तक 56 परिजनों के डीएनए सैंपल शिनाख्त में सहायता के लिए लिए गए हैं।
डीआईजी भरणे ने बताया कि अभी तक 53 शवों एवं 20 मानव अंगों का धार्मिक रीति रिवाजों एवं सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जा चुका है। आपदा के मद्देनजर उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहां का नंबर 0135-2712685 और मोबाइल नंबर 9411112985 है। आपदा में लापता लोगों की सूची एवं बरामद शवों की पहचान के लिए अन्य राज्यों की पुलिस से लगातार संपर्क किया गया है। शवों से मिले आभूषण, टैटू एवं अन्य पहचान चिह्नों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर उन्हें सुरक्षित रखा जा रहा है। जनपद चमोली में स्थापित कन्ट्रोल रूम का नंबर 01372-251487 और मोबाइल नंबर 9084127503 है।