कौन कहता है कि प्रतिभा किसी सुविधा की मोहताज़ होती है? अगर मन में लगन हो तो हर मुश्किल से मुश्किल काम आसान होने लगता है। उत्तराखंड के युवा हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। ऐसा ही ऋषिकेश के रहने वाले देवांश ने अपनी गर्मियों की छुट्टी में 1 महीने के अंदर बैटरी चलित हाइब्रिड कार का मॉडल तैयार किया है।
गर्मियों की छुट्टी का अपना मजा ही अलग होता है जब सभी बच्चे घूमने और छुट्टियां बिताने में मस्त थे तब ऋषिकेश के देवांश ने अपने सपने को आकार देना शुरु किया। 1 महीने की कड़ी मेहनत के बाद देवांश ने एक हाइब्रिड इलेक्ट्रिक कार का बेसिक मॉडल तैयार किया है जो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ रहा है। यही नही मात्र 1 रुपए के खर्चे पर 1 किलोमीटर का सफर भी इस कार से तय किया जा सकता है। देवांश का कहना है कि वह बचपन से ही डिस्कवरी चैनल में कबाड़ की वस्तुओं से चीजें तैयार होते हुए देखा करता था। यहीं से उसके मन में विचार आया कि उसे भी अपना एक सपना साकार करना चाहिए।
गर्मियों की छुट्टी के एक महीने में देवांश में अपने सपने को आकार दे दिया। अपने बेटे की उपलब्धि को देखते हुए देवांश के माता पिता भी काफी खुश है। देवांश की माँ बताती है की उन्हें अपने बेटे पर हमेशा से भरोसा था और उन्हें अपने बेटे पर गर्व है, हालांकि अभी इस कार को सड़कों पर उतारने के लिए अभी बहुत काम होना बाकी है लेकिन देवांश का कहना है कि वह जल्दी इसकी बॉडी और सेफ्टी के मानक पर अपनी इस कार को आकार देगा और जल्द ही यह कार उत्तराखंड के सड़कों पर दौड़ते नजर आएगी। कार की खासियत के बारे में बताते हुए देवांश ने बताया की ये कार एक बार में चार्ज होकर 35 किमी तक दोड़ सकती है और ये गाड़ी बिलकुल प्रदूषण मक्त है।