जिनके जिम्मे हैं समाज की सुरक्षा आखिर उनके परिवार की सुरक्षा कौन

ऋषिकेश,उत्तराखंड पुलिस आपने कर्मचारियों का कितना ध्यान रखती है इसका जीता जागता उदाहरण है ऋषिकेश कोतवाली में बनी पुलिस कॉलोनी जिसमें आज भी 2-3 परिवार रह रहे हैं लेकिन यह बिल्डिंग खंडहर में तब्दील हो चुकी है जो कभी भी गिर सकती है जिनके जिममें समाज की सुरक्षा का भार है जी हां हम बात कर रहे हैं पुलिस महकमे की जो समाज को तो नसीहत देते हैं लेकिन खुद अपनी जिंदगी को कई खतरे में डाल कर खंडहरनुमा कॉलोनी में जीवन बिता रहे हैं।

यह है ऋषिकेश कोतवाली से लगी पुलिस विभाग के जवानों के लिए बानाई गई पुलिस कॉलोनी जिसमें आज भी दो तीन परिवार रह रहे हैं,एक छोटा भूकंप भी कभी भी इस बिल्डिंग को जमीनोंदोज कर सकता है लेकिन प्रशासन इनकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है, एसएसपी निवेदिता कुकरेती से जब इस बारे में बात की गयी तो उन्होंने बताया की शासन को इस बारे में बता दिया गया है, उन्हें इस बारे में प्रस्ताव भेज दिया गया है और जल्द से जल्द सभी को बेहतर जगह में शिफ्ट कर दिया जायेगा।

आपको बता दे की ऋषिकेश कोतवाली से लगी ये पुलिस कोलिनी किसी खंडर से कम नहीं लगती, जगह जगह टूटी-फूटी तसवीर ये बयाँ करने के लिए काफी है की इस कॉलोनी की क्या स्तिथि हो चुकी है और जवान किस तरह यहाँ रहते होंगे। आपको बता दे की पुलिस कॉलोनी की ये हालत पिछले कई सालों से है साल दर साल इसकी हालत बद से बदतर होती जा रही है लेकिन शाशन मानो अपनी आँख में पट्टी बांधे बैठा हो।

एसएसपी की माने तो अभी पुलिस के जवानों और उनके परिवार के लिए जगह देखि जा किया जा रही है।और साथ ही साथ उनके ऑफिस को शिफ्ट करने के लिए किराये के कमरे भी ढूंढे जा रहे है। कुछ दिन पहले ही उत्तराखंड की जमीन भूकंप से काँपी थी, ऐसे में अगर भविष्य में एक और भूकंप आता है तो ये खंडर बनी पुलिस कॉलोनी को धराशाय होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। इससे पहले की कोई बड़ा हादसा हो शाशन को जल्द से जल्द इसकी तरफ काम करने की जरूरत है.