अच्छे दिनों की आस में रेलवे खोती जा रही सुंदरता

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ऋषिकेश, ऋषिकेश रेलवे स्टेशन के अच्छे दिनों का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। लंबी दूरी की ट्रेनों से जूझ रहे ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में अब सफाई व्यवस्था भी पटरी से उतरती हुई नजर आने लगी है। आलम यह है कि टिकट आरक्षण कक्ष एवं यात्री विश्राम गृह में भी यात्रियों के साथ-साथ कुत्ते विश्राम करते हुए देखे जा रहे हैं।

मामला सिर्फ स्टेशन परिसर की स्वच्छता तक ही सीमित नहीं है। बल्कि रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार के ठीक सामने बनी रेलवे की वाटिका भी देखरेख के अभाव में अपनी सुंदरता खोती जा रही है। रेलवे की वाटिका में बड़ी बड़ी झाडियों के उगने के बाद रेलवे विभाग द्वारा इसके गेट पर ताला जड़ दिया गया है। इससे वाटिका के निर्माण पर भी सवालिया निशान लगने शुरू हो गये हैं।

कुछ वर्ष पूर्व रेलवे विभाग द्वारा रेलवे स्टेशन मुख्य द्वार से पहले वाटिका का निर्माण किया गया था। उस दौरान रेलवे अधिकारियों ने दावा किया था कि रेलवे की वाटिका को खूबसूरत पौधों से सजाया और संवारा जाएगा। शुरुआती चरण में वाटिका में पौधे लगाए भी गए लेकिन इससे पहले कि वह खूबसूरत वक्षों में तब्दील होते देखरेख के अभाव में वाटिका झाड़ियों में तब्दील होकर रह गई अब रेलवे विभाग ने इस और आंखें मूंद ली है।

इस वाटिका के मरने के बाद परमार्थ निकेतन द्वारा स्पेशल व्याकरण की जिम्मेदारी ली गई थी लेकिन यदाकदा ऋषि कुमारों के साथ आकर स्वामी चिदानंद मुनि फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रह गए। जिनके कारण रेलवे विभाग भी अपने आप को असहाय महसूस करने लगा है। गढ़वाल के मुख्य द्वार का सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन लंबी दूरी की ट्रेनों से जूझ रहा है। पिछले कुछ वर्षों में विभिन्न राजनीतिक एवं गैर राजनीतिक संगठनों द्वारा ऋषिकेश से लंबी दूरी की ट्रेनें चलाए जाने की मांग की जाती रही है। इन सबके बीच ऋषिकेश रेलवे स्टेशन में सफाई के मामले में भी अव्यवस्थाओं का बोलबाला बना हुआ है।

रेलवे स्टेशन परिसर में प्रवेश करते गंदगी से यात्री परेशान नजर आते है। इसके अलावा बुकिंग विंडो के पास से लेकर स्टेशन प्रवेश द्वार से सटी लगी ग्रिल के करीब कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। वहीं सफाईकर्मी इस कूड़े को उठाने की जहमत नहीं उठाना चाहते हैं। कुछ ऐसा ही हाल प्लेटफार्म का भी है यहां भी गंदगी बनी रहती है। इस संबंध में कई बार यात्रियों द्वारा स्टेशन अधीक्षक से भी शिकायत की जा चुकी है, इसके बावजूद विभागीय अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।

रेलवे अधीक्षक का कहना है कि सभी क्षेत्रों से बडी संख्या में यात्री तीर्थ यात्रा करने आते हैं जिनकी सुविधा के लिए रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन साफ सफाई व्यवस्था करवाई जाती है। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की संख्या कम होने के चलते दिक्कत हो रही है और विभाग को पत्र लिखा गया है।