प्रदेश में हाईवे सहित तमाम सड़कें अवरुद्ध, बारिश का अलर्ट जारी

0
707
File: Photo

देहरादून। उत्तराखंड में बारिश व भूस्खलन जानलेवा साबित हो रही है। प्रदेश में हाईवे सहित तमाम ग्रामीण सड़कें अवरुद्ध हैं। चमोली जिले के विकास खंड घाट फरखेत गांव के बरोलीधार तोक में बुधवार रात एक मकान भूस्खलन की जद में आ गया, जिसमें दबकर दो लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल है। उसे घाट प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। गुरुवार सुबह करीब आठ बजे तहसील घाट की ग्राम बांजबगड़ में एक गोशाला की मलबे में दबने की सूचना है। तहसीलदास व राजस्व टीम मौके पर रवाना हो गई है। मौसम विभाग ने एक से ​​तीन सितम्बर तक प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।
राज्य आपात परिचालन केंद्र से गुरुवार सुबह साढ़े दस बजे जारी रिपोर्ट के अनुसार देहरादून में 109.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। जिले में 17 ग्रामीण मार्ग दो जिला मार्ग अवरुद्ध है। पिथौरागढ़ जिले में 13 सड़कें अवरुद्ध हैं। उत्तरकाशी जिले में बुधवार शाम जिला मुख्यालय में स्थित तांबाखानी सुरंग एवं इंदिरा कॉलोनी के मध्य पत्थर गिरने से चार व्यक्ति घायल हो गए। जिन्हें सामान्य चोटें आई हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनजर 150 लोगों जिनमें सात से आठ परिवार एवं अन्य कामगार व्यक्ति को बिरला धर्मशाला, काली कमली धर्मशाला, गंगोत्री धर्मशाला, एवं पंजाब सिंध क्षेत्र व दक्षिण क्षेत्र के सभी प्रभावित परिवारों को रहने तथा भोजन आदि की व्यवस्था की है। इस क्षेत्र में पुनः पत्थर गिरने की संभावना को देखते हुए आम जनमानस को सचेत किया गया है। मौके पर पुलिस एसडीआरएफ फायर सर्विस राजस्व विभाग की संयुक्त टीम घटनास्थल पर मौजूद है। जिले में चार ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। टिहरी जिले में 04 ग्रामीण तथा एक राज्य मार्ग अवरुद्ध है।
चमोली जिले में लामबगड़ बेनाकुली में ऋषिकेश बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) और 34 मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। जिन्हें खोले जाने की कार्यवाही की जा रही है। रुद्रप्रयाग जिले में ऋषिकेश केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच 107) डोलिया देवी तलसारी व बड़ासू में छोटे बड़े वाहनों के लिए अवरुद्ध है। सोनप्रयाग-केदारनाथ पैदल मार्ग खुला है। हरिद्वार जिले में तीन ग्रामीण मोटर मार्ग एक राज्य मार्ग एवं एक जिला मोटर मार्ग अवरुद्ध है, गंगा नदी का जल स्तर गुरुवार सुबह दस बजे 293.20 मीटर मापी गई, जबकि खतरे का स्तर 294 मीटर है।
पौड़ी जिले में 59 ग्रामीण मोटर मार्ग एक राज्य मार्ग अवरुद्ध है, जिन्हें खोले जाने का कार्य किया जा रहा है। अलकनंदा नदी का जलस्तर 535.20 मीटर मापी गई है। खतरे का स्तर 536 मीटर है। अल्मोड़ा जिले में तीन ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। जिन्हें सुचारू करने की कार्यवाही की जा रही है। नैनीताल जिले में पांच ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं। बागेश्वर जिले में दो जिला मार्ग 15 ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध हैं| चंपावत में टनकपुर चंपावत एनएच – 9 बरकोट के पास मालवा आने से अवरुद्ध है। जिले में चार ग्रामीण मोटर मार्ग अवरुद्ध है।
मौसम विभाग ने प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग विज्ञान केन्द्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में एक से तीन सितम्बर तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश के आसार हैं। जिनमें विशेषकर नैनीताल, चंपावत, उधमसिंह नगर, चमोली, रूद्रप्रयाग, पौड़ी, देहरादून में भारी बारिश की संभावना है।