उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव डाॅ आर.एस टोलिया का अंतिम संस्कार हरिव्दार में कर दिया गया। डा. टोलिया का निधन आज सुबह लगभग 4:30 बजे दिल्ली के अपोलो अस्पताल में हुआ। 71 साल के डाॅ टोलिया पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। डाॅ टोलिया का जन्म देहरादून में 15 नवंबर, 1947 को हुआ था। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार, भारत सरकार और उत्तराखंड सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। उन्होंने उत्तराखंड के पहले मुख्य सूचना आयुक्त के पद पर भी काम किया ।
डाॅ टोलिया ने अपने जीवन में बहुत सी उपलब्धियां प्राप्त की हैं। एनटीपीसी के अध्यक्ष होने के साथ वो दून विश्वविद्यालय के सार्वजनिक नीति के लिए काम कर रहे थे। अपना ज्यादातर समय वो पहाड़ के विकास के एजेंडे के लिए कायक्रमों से जुड़े रह कर व्यतीत करते थे और वह भारतीय पर्वतों से संबंधित कुछ समितियों के सदस्य के रूप में भी काम कर रहे थे।
डाॅ टोलिया ने विभिन्न पदों पर कई बहुपक्षीय कार्य शैक्षिक और नागरिक समाज संगठनों जैसे की इंटरनेशनल सेंटर फार इंटीग्रेटेड माउंटेन डेवलपमेंट(आईसीआईएमओडी), काठमांडू, नेपाल, सर रतन टाटा ट्रस्ट (एसआरटीटी), मुंबई, टेरी, कुमाऊं विश्वविद्यालय, सीएचईऐ(CHEA), एसोसिएशन आफ ब्रिटिश इस्कालर इंडिया, एलआईऐआर (NIAR) में भी काम किया है।
उन्होंने कई किताबें भी लिखी हैं। जिसमें से उनकी तीन पुस्तकों की ट्राइलॅजी (i) फुड फार थाट एंड एक्शन (ii) पटवारी, घरटऔर चाय, (iii) इन्साइड उत्तराखंड टुडे बहुत लोकप्रिय रहीं है। उनकी दो किताबें “ए हैंडबुक फार द पब्लिक ईंफारमेशन आफिसर”और “लोकसभा अधिकारों की हस्तपुस्तिका” में उत्तराखंड के प्रशासनिक इतिहास के कुछ पहलुओं को भी दर्शाया है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पूर्व मुख्य सचिव डॉ आरएस टोलिया के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है।