नगर निगम रुद्रपुर में लाखों की धांधली

0
1050

ऊधमसिंह नगर के रुद्रपुर नगर निगम का एक और कारनामा सामने आया है यहाँ निगम द्वारा कोई निर्माण कार्य भी ना किया गया और उसके बाद भी लाखो रूपये का भुगतान हो गया। निगम द्वार बिना टाइल्स रोड और बिना नाली मरम्मत के ही 25 लाख रूपये का भुगतान कर दिया गया, अब शासन के निर्देश के बाद जिला प्रशासन द्वारा इस धांधली की जांच कराई जा रही है।

विकास कार्यो के लिए शासन से मिलने वाले धन को निर्माण कार्यो के नाम पर कैसे ठिकाने लगाया जाता है ,यदि इसकी कला सीखनी है तो उसके लिए रुद्रपुर नगर से बेहतर कोई पाठशाला नहीं है | जिसने कागजो पर ही निर्माण कार्य करा दिए, बल्कि धड्ड्ले से इन कार्यो का भुगतान भी कर दिया | सरकारी धन को ठिकाने लगाने का यह सिलसिला  कब से चल रहा है और कब तक चलता, इसका तो पता नहीं चलता यदि आर टी आई एक्टिविस्ट चिराग कालरा ने सूचना के अधिकार में नगर निगम से जानकारी नहीं मांगी होती |
सूचना अधिकारी मांगने पर खुलासा हुआ की नगर निगम ने बर्ष 2013 -14 व् 2014 -15 में  गोलमार्केट में स्लेब  पुनर निर्माण,नाली मरम्मत और हरी मंदिर गली में पटरी टाइल्स रोड निर्माण के लिए 25. 47 लाख रूपये का भुगतान ठेकेदारों को किया , पर यह सारा निर्माण सिर्फ कागजो में ही हुआ।
धरातल पर कोई निर्माण नहीं लेकिन उसके बाद भी लाखो रूपये का भुगतान होने के बाद अब पूरा नगर निगम संदेह के दायरे में आ गया है | इतना बड़ा घोटाला होने के बाबजूद मेयर और निगम के वरिष्ठ अफसरों को कुछ भी पता नहीं चला | यह बात किसी के गले नहीं उतर रही है।
हालाँकि एक्टिविस्ट चिराग कालरा की शिकायत के बाद शासन के निर्देश पर जिला प्रशासन ने इस पुरे गड़बड़ घोटाले की जांच शुरू करा दी है। यह जाँच रुद्रपुर के एसडीएम रोहित मीणा द्वारा की जा रही है एसडीएम ने बताया निगम द्वारा किये गए निर्माण कार्य की जाँच की जा रही है।