दूरस्थ गांव पहुंचकर डीएम ने होम स्टे योजना की दी जानकारी

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रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी ने पहाड़ी संस्कृति, विरासत, सभ्यता, शैली की जानकारी देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए होम स्टे को पहाड़ी काष्ठ व पठालों से निर्मित करने का सुझाव दिया। इसके साथ ही पुराने घरों का भी जीर्णोद्धार पहाड़ी शैली में कर पर्यटकों को ठहरने, खाने व शौचालय की सुविधा देने की बात कही।
पहाड़ के आर्थिक सुदृढ़ीकरण, स्वरोजगार के लिए पर्यटन विभाग की ओर से संचालित होम स्टे योजना की बैठक विकासखण्ड ऊखीमठ के तुंगनाथ मंदिर प्रांगण मक्कूमठ में आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी मंगेश घिल्ड़ियाल ने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। मक्कू, जगपुडा व पाव में इस दिशा में कार्य कर आदर्श पर्यटक गांव के रूप में विकसित किया जा सकता है।
उन्होंने महिलाओं को स्वयं सहायता समूह के माध्यम से इस दिशा में कार्य करने को कहा। कहा कि खेतों में पहाड़ी शैली में काॅटेज बनाये जा सकते हैं। हमें पर्यटकों को होम स्टे के माध्यम से घर जैसा वातावरण उपलब्ध कराना होगा।
इस अवसर पर ग्राम पंचायत मक्कू, पाब, जगपुड़ा के ग्रामीणों ने क्षेत्र की समस्याओं के बारे में जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिसमें राजकीय एलोपैथिक चिकित्सालय की मांग, राजकीय इन्टर कालेज मक्कू व इण्टरमीडिएट का नया भवन, राजकीय इन्टर काॅलेज को सड़क मार्ग से जोड़ने की मांग है। साथ ही कांलिका मंदिर से तीन किमी सड़क निर्माण, ताला बरंगाली मोटरमार्ग को पाव गांव होते हुए मक्कू से मिलाने और ऊखीमठ-डुंगर-सेमला सड़क का भीरी-परकण्डी मक्कू सड़क के पल्द्वाड़ी में मिलाने, पशु चिकित्सालय की मांग,जल संस्थान की जगपुडा कैला रूडा पेयजल योजना का पुनर्गठन सहित अन्य क्षेत्र की समस्या शामिल है।
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य मीना पुण्डीर, निवर्तमान प्रधान सरस्वती देवी, उप जिलाधिकारी परमानन्द राम, जिला पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, तुंगनाथ मंदिर मठापति राम प्रसाद मैठाणी, विजयपाल सिंह नेगी, अजय आनन्द नेगी, विशन सिंह, धीरू लाल, प्रदीप लाल, दर्शनी देवी, सावित्री देवी, दर्शनी देवी, बीना देवी सहित बड़ी सख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।