रुद्रप्रयाग: सारी गांव में भूस्खलन से ग्रामीणों में खौफ

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रुद्रप्रयाग

रुद्रप्रयाग जिले के सारी-झालीमठ में अचानक हुए भूस्खलन से गांव खतरे की जद में आ गया है। भूस्खलन होने से ग्रामीणों में खौफ का माहौल बना हुआ है। घटना के बाद से गांव के 11 परिवार डर के साये में हैं।

सोमवार सुबह जिले के सारी-झालीमठ गांव में अचानक भूस्खलन हो गया, जिसकी वीडियो ग्रामीणों ने बना दी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक गौशाला अचानक से धराशायी हो रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया में डालने के बाद हर तरफ डर का माहौल पैदा हो गया है। हर कोई ग्रामीणों की खबर पूछने लगा। सोशल मीडिया से जिला प्रशासन को सूचना मिलने के बाद टीम मौके पर पहुंची। अचानक हुए भूस्खलन से ग्रामीणों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई।

ग्रामीण धीरज लाल और हरेन्द्र कुमार ने कहा कि सारी-झालीमठ के ग्रामीण खतरे की जद में आ गये हैं। उन्होंने बताया कि घटना के बाद प्रशासन की ओर से तहसीलदार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू की। ग्रामीण दमयंती देवी ने कहा कि सुबह के समय हुए भूस्खलन के कारण हालात खौफजदा हो गये हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि राजस्व उपनिरीक्षक क्षेत्र सारी के अंतर्गत ग्राम सारी-झालीमठ में भूस्खलन होने के कारण गांव को खतरा पैदा हो गया है, जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुए तहसीलदार, पटवारी एवं आपदा प्रबंधन की टीम सहित तुरंत घटना स्थल पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य किया। इसमें 11 परिवारों को राजकीय प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन एवं अन्य मकानों में शिफ्ट किया गया है।

उन्होंने बताया कि भूस्खलन में किसी प्रकार की कोई जानमाल और पशु की कोई हानि नहीं हुई है। जिन परिवारों को शिफ्ट किया गया है कि उनमें हरेंद्र लाल पुत्र रजी लाल के चार सदस्य हैं। बीरेंद्र लाल पुत्र रजी लाल के परिवार के आठ सदस्य, प्रेम लाल पुत्र गोरिया लाल के नौ सदस्य, धीरज लाल पुत्र गोरिया लाल परिवार के चार सदस्यों सहित कुल 67 सदस्यों को प्राथमिक विद्यालय, पंचायत भवन एवं अन्य मकानों में शिफ्ट किया गया है। उनके पशुओं को भी सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट किया गया है। पशुओं के रहने के लिए छह परिवारों को तिरपाल भी उपलब्ध कराई गई है।

राहत एवं बचाव कार्य में तहसीलदार मंजू राजपूत, क्षेत्रीय पटवारी, डीडीआरएफ एवं वाईएमएफ की टीम मौजूद थे। उक्रांद नेता मोहित डिमरी ने झालीमठ में आये भूस्खलन का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि भूस्खलन के कारण ग्रामीण दहशत में हैं। ग्रामीणों की मदद के लिए उत्तराखण्ड क्रांति दल हर समय में खड़ा है। प्रशासन को शीघ्र प्रभावितों को मदद के तौर पर फौरी राहत देनी चाहिए।