चार धाम यात्रा : समीक्षा बैठक में अधिकारियों पर बरसे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज

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तीन मई से शुरू होने जा रही चार धाम यात्रा को लेकर भले ही सरकार अति उत्साहित हो, लेकिन इस यात्रा की तैयारियों को लेकर शनिवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों पर आग-बबूला दिखे।

पर्यटन मंत्री ने अधिकारियों को इस यात्रा की तैयारियों को लेकर जमकर लताड़ा। उन्होंने खुद ही कई सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या यात्रा मार्गों पर टॉयलेट की व्यवस्था की गई है? उन्होंने कहा कि वह खुद इन यात्रा मार्गों का निरीक्षण कर चुके हैं कहीं भी शौचालय की समुचित व्यवस्था नहीं की गई है। उन्होंने यात्रा मार्गों पर लगने वाले जाम से निपटने की तैयारियों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि वह खुद दो घंटे तक जाम में फंसे रहे। जबकि अभी तो चार धाम यात्रा शुरू भी नहीं हुई जब यात्रा शुरू होगी तब क्या होगा। उन्होंने कहा कि अभी तक वाहनों के पार्किंग और पथ प्रकाश तक की व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं हो सकी हैं ऐसे में चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को परेशानियां होंगी ही।

उन्होंने चार धाम यात्रा मार्गों पर बने भूस्खलन जोन में सुरक्षा प्रबंधों पर सवाल उठाते हुए अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। इसके साथ ही उन्होंने यात्रा मार्गों पर पेयजल व्यवस्था भी ठीक न होने की बात कही। पर्यटन मंत्री ने सीधे-सीधे जीएमवीएन के एमडी से पूछा कि हेली सेवा के लिए होने वाली ब्लैक मेलिंग को रोकने के लिए उन्होंने क्या किया है। इस पर एमडी द्वारा ऑनलाइन बुकिंग की बात कही गई तो मंत्री ने कहा कि यह तो मैं भी जानता हूं लेकिन टिकटों की ब्लैक मेलिंग होती है यह भी सच है। उन्होंने कहा कि इसे प्रभावी ढंग से रोका जाए। उन्होंने हेली सेवा में लगे कर्मचारियों के वेरिफिकेशन न करवाए जाने पर भी पूछा कि आखिर उनका वेरिफिकेशन कब होगा।

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज इस समीक्षा बैठक में चारधाम यात्रा की जमीनी सच्चाई की हकीकत खुद खोलते नजर आए। चार धाम यात्रा की तैयारियों को लेकर सतपाल महाराज ने अधिकारियों से भले ही नाराजगी जताई हो और खुद ही यह कहा हो कि इस तरह की व्यवस्थाओं में हम कैसे सुरक्षित और सुखद चारधाम यात्रा की बात कर सकते हैं। लेकिन अधिकारियों पर उनकी इस नाराजगी का कोई असर होगा इसकी उम्मीद नहीं है।

चार धाम यात्रा के लिए रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन-

कोरोना के कारण दो साल तक बाधित रही चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ही नहीं श्रद्धालुओं में भी भारी उत्साह दिख रहा है। 3 मई से 31 मई तक तो अब तक एक लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। सभी चारों धामों में अब तक ऑनलाइन इतने रजिस्ट्रेशन इस बात का संकेत है कि इस साल चारधाम यात्रा के सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। लेकिन यात्रा की आधी अधूरी तैयारियां यात्रियों के लिए मुसीबत का सबब भी बन सकती है।