नई दिल्ली, सु्प्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पांच हाईकोर्ट के 37 एडिशनल जजों को स्थायी जज बनाने की सिफारिश की है। कॉलेजियम ने जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति करने की सिफारिश की है उनमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के 9, राजस्थान हाईकोर्ट के 10, केरल हाईकोर्ट के 5, गुजरात हाईकोर्ट के 7 और बांबे हाईकोर्ट के 6 एडिशनल जज शामिल हैं । कॉलेजियम ने 22 फरवरी की अपनी में ये सिफारिशें की हैं।
कॉलेजियम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति की सिफारिश की है उनमें जस्टिस राजूल भार्गव, जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा, जस्टिस संगीता चंद्र, जस्टिस दया शंकर त्रिपाठी, जस्टिस शैलेंद्र कुमार अग्रवाल, जस्टिस संजय हरकोलली, जस्टिस कृष्णा प्रताप सिंह, जस्टिस रेखा दीक्षित, और जस्टिस सत्य नारायण अग्निहोत्री शामिल हैं। हालांकि कॉलेजियम ने जस्टिस वीरेंद्र कुमार-द्वितीय को 15 नवंबर, 2018 से एक साल की एक नई अवधि के लिए एडिशनल के तौर पर फिर से नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है। कॉलेजियम ने कहा है कि जस्टिस कुमार के काम को कुछ और समय के लिए देखा जाए।
कॉलेजियम ने राजस्थान हाईकोर्ट के जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति की सिफारिश की है उनमें जस्टिस गंगा राम मूलचंदानी, जस्टिस दीपक माहेश्वरी, जस्टिस विजय कुमार व्यास, जस्टिस गोवर्धन बरधारी, जस्टिस पंकज भंडारी, जस्टिस दिनेश चंद्र सोमाणी, जस्टिस संजीव प्रकाश शर्मा, जस्टिस डॉ पुष्पेंद्र सिंह भाटी, जस्टिस दिनेश मेहता और जस्टिस विनीत कुमार माथुर शामिल हैं।
कॉलेजियम ने केरल हाईकोर्ट के जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति की सिफारिश की है उनमें जस्टिस सतीश नैनन, जस्टिस देवान रामचंद्रन, जस्टिस पी सोमरराजन, जस्टिस वी शर्सी, और जस्टिस ए.एम.बाबू शामिल हैं।
कॉलेजियम ने गुजरात हाईकोर्ट के जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति की सिफारिश की है उनमें जस्टिस डॉ के जे थाकेर, जस्टिस आरपी ढोलरिया, जस्टिस आशुतोष जे शास्त्री, जस्टिस बिरन ए वैष्णव, जस्टिस अल्पेश वाई कॉगज , जस्टिस अरविंद सिंह सुपिया और जस्टिस बी एन करिया शामिल हैं।
कॉलेजियम ने फैसला किया कि जस्टिस के जे थाकेर इलाहाबाद हाईकोर्ट में कार्य करना जारी रखेंगे, जिसमें वह वर्तमान में तैनात हैं। कॉलेजियम ने कहा है कि कुछ सिफारिशों के खिलाफ न्याय विभाग और चीफ जस्टिस द्वारा कुछ शिकायतें मिली हैं। हालांकि कॉलेजियम ने इस तरह के आरोपों पर ध्यान देने से इनकार कर दिया। कॉलेजियम ने कहा है कि उपरोक्त शिकायतों में हमें कोई योग्यता नहीं दिखाई देती।
कॉलेजियम ने बांबे हाईकोर्ट के जिन एडिशनल जजों को स्थायी जज के पद पर नियुक्ति की सिफारिश की है उनमें जस्टिस प्रकाश देव नाइक, जस्टिस मकरंद सुभाष कर्णिक, जस्टिस स्वप्ना संजीव जोशी, जस्टिस किशोर कालेश सोनवणे, जस्टिस संगीतराव शामराव पाटिल और जस्टिस नूतन दत्ताराम सरदेसाई शामिल हैं।
यहां भी कॉलेजियम ने कुछ सिफारिश वाले लोगों के खिलाफ प्राप्त शिकायतों पर भरोसा करने से मना कर दिया। कॉलेजियम ने कहा कि उपरोक्त शिकायतों में हमें कोई योग्यता नहीं दिखाई देती क्योंकि इसमें किए गए आरोप झूठे, तुच्छ या बिना किसी सबूत के हैं। हमारे विचार में ये शिकायतें विशेष रूप से, सकारात्मक सामग्री के प्रकाश में नजरअंदाज करने की हकदार हैं।