एससी-एसटी कर्मचारियों मांगे न माने जाने पर सामूहिक धर्म परिवर्तन की चेतावनी

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देहरादून, प्रमोशन में आरक्षण और सीधी भर्ती में पुराने रोस्टर को लागू करने की मांग को लेकर प्रदेश भर से आये हजारो एसटी एससी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ सचिवालय का घेराव किया। प्रदेश भर से आये अनुसूचित जाति के अनेक संघठनो से जुड़े लोगों ने राजधानी देहरादून में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और अपनी मांगे न माने जाने की सूरत में सामूहिक धर्म परिवर्तन की भी चेतावनी सरकार को दी।

प्रदेश भर के दूरदराज स्थानों से आये हजारो अनुसूचित जाति के कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया औऱ अपनी मांगे पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। एससी-एसटी ईम्प्लाइज फेडरेशन के बैनर तले आज उत्तराखंड प्रदेश के हजारों कर्मचारियों ने सचिवालय घेराव कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया, उनके द्वारा मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन सौंपा गया। इस महारैली में प्रदेशभर से बड़ी सँख्या में एसटी-एससी और ओबीसी वर्ग के कर्मचारि राजधानी देहरादून पहुँचे।

फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष करम राम ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी बात नही सुनी तो वो सामूहिक रूप से धर्म परिवर्तन भी कर सकते हैं। 

सुप्रीम कोर्ट के अंतिम फैसले के आधीन आरक्षण रोस्टर के अनुसार ही डीपीसी प्रारम्भ हो व अन्य पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत तक आरक्षण के साथ प्रमोशन में भी आरक्षण मिले। हालांकि उन्होंने माना कि केंद्र सरकार द्वारा उनके लिए काफी काम किये जा रहे हैं पर राज्य सरकार उनकी अनदेखी कर रही है अगर उनकी इसी तरह अनदेखी राज्य सरकार करेगी तो वो धर्म परिवर्तन करने पर भी बाध्य हो सकते हैं।अगर सरकार उनकी अनदेखी करने में लगी रहेगी तो इस तरह से इस धर्म मे रहने का क्या फायदा है। अगर सरकार उनकी बात नही सुनती है तो पूरे प्रदेश की अनुसूचित जाति के लोग सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करेंगे, साथ ही कोर्ट के माध्यम से भी अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।