हरिद्वार। छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर विशेष जांच दल (एसआईटी) की जांच आगे बढ़ने के साथ ही कई सफेदपोश बेनकाब हो रहे हैं। एसआईटी की टीम ने शुक्रवार को एक संस्थान के तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि एसआईटी शाम तक इन तीनों की गिरफ्तारी कर लेगी।
छात्रवृत्ति घोटाले में गुरुवार शाम को एसआईटी प्रमुख मंजूनाथ टीसी सहित अन्य अधिकारी ने हरिद्वार के पूर्व समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर से गहनता से पूछताछ की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। हरिद्वार के जिला समाज कल्याण अधिकारी रहे अनुराग शंखधर पर छात्रवृत्ति घोटाले में करोड़ों रुपये के गबन और भ्रष्टाचार का आरोप है। लगातार नोटिस जारी करने के बावजूद अनुराग शंखधर एसआईटी के सामने पेश होने से बच रहे थे।
एसआईटी ने शुक्रवार को रुड़की के प्रतिष्ठित आईएमएस कॉलेज के तीन संचालकों को हिरासत में लिया है। इनमें वाईपी सिंह, शरद कुमार और मुजीब मलिक शामिल हैं। हिरासत में लिए गए तीनों आरोपितों से छात्रवृत्ति घोटाले से संबंधित मामलों में पूछताछ की जा रही है। छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर एसआईटी ने जिस तत्परता से जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने का सिलसिला शुरू किया है, उससे छात्रवृत्ति घोटाले से जुड़े तमाम आरोपियों में हड़कंप मचा हुआ है। हरिद्वार के कई निजी कॉलेज छात्रवृत्ति घोटाले में पुलिस के रडार पर हैं। इनके मालिकों पर पुलिस ने तेजी से शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।