एसडीआरएफ सेनानायक मणिकांत मिश्रा ने विशेष उपलब्धि के लिए आरक्षी राजेन्द्र नाथ को सम्मानित किया है। राजेन्द्र नाथ ने अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया में सबसे ऊंची चोटी माउंट किलीमंजारो पर पहुंचकर देश का नाम रोशन किया है।
इस मौके पर सेनानायक ने आरक्षी राजेन्द्र नाथ की सफलता पर विशेष बधाई दी और भविष्य में भी इसी प्रकार आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित किया।
मणिकांत मिश्र ने कहा कि एसडीआरएफ कर्मी प्रत्येक कार्य को पूर्ण उत्साह व लगन से करते हैं। चाहे आपदा के दौरान त्वरित रेस्क्यू हो या साहसिक खेलों में प्रतिभाग हो। एसडीआरफ हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाती है। जवान आरक्षी राजेन्द्र नाथ ने भी इसी ओर पहल करते हुए विश्व स्तर पर उत्तराखंड पुलिस का नाम रोशन किया है। राजेन्द्र की इस उपलब्धि से हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीम की कार्यदक्षता में भी वृद्धि हुई है। इस पर्वतारोहण अभियान के माध्यम से प्राप्त हुई विशेषज्ञता को एसडीआरफ के अन्य जवानों से साझा किया जायेगा। राजेन्द्र एसडीआरएफ के अन्य कर्मियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत हैं, जो सभी को अपने देश व प्रदेश के लिए कुछ कर गुजरने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।
अफ्रीका महाद्वीप में तंजानिया स्थित सबसे ऊंची चोटी माउंट किलीमंजारो पर तीन दिन में पर्वतारोहण करने वाले आरक्षी राजेन्द्र ने विगत अभियानों में डीकेडी-2 (5670 मीटर), चंद्रभागा-13 (6264 मीटर), सतोपंथ (7075), माउंट त्रिशूल (7120 मीटर), यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुश (5642 मीटर) व माउंट गंगोत्री प्रथम (6675 मीटर) पर भी सफलतापूर्वक आरोहण किया है।
आरक्षी राजेन्द्र नाथ को सम्मानित किए जाने सम्बंधी फ्लैग इन सेरेमनी के दौरान वाहिनी मुख्यालय में उपसेनानायक मिथिलेश कुमार, सहायक सेनानायक कमल सिंह पंवार, शिविरपाल राजीव रावत, इंस्पेक्टर प्रमोद रावत, ललिता नेगी, सब इंस्पेक्टर पूनम शाह, बलबीर राणा, विजय रयाल, मोहित रौथाण, नीरज शर्मा, आलोक चंद इत्यादि अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।