गोपेश्वर, एसबीआई ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के माध्यम से जिला कारागार पुरसाडी में सजा काट रहे कैदियों के लिए 20 दिवसीय स्वराेजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुआ। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभांरभ किया।
जिलाधिकारी ने बताया कि, “इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षणाथिर्यों को पेपर बैग, लिफाफा, फाइल मेकिंग आदि सामग्री तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह कार्यक्रम जिला कारागार में सजायाफ्ता कैदियों के जीवन में अच्छे कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिया किया गया है।” उन्हाेंने कहा कि, “ये कैदी भी समाज के महत्वपूर्ण अंग हैं। हमारा प्रयास है कि जेल से रिहा होने के बाद हर कैदी स्वरोजगार से जु़ड़कर अपने जीवन की एक नई दिशा और नई सोच के साथ शुरूआत करें। इसके लिए आरसेटी के माध्यम से कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।” उन्होंने सभी कैदियों से प्रशिक्षण को मन लगाकर पूरा करने की बात कही, जिससे जेल से रिहा होने पर वे कुछ न कुछ सीख कर अपने नए जीवन की शुरूआत कर सकें। उन्होंने करागार में कैदियों के निर्मित पेपर बैग, लिफाफा, फाइल सामग्री के विपणन के लिए व्यापार संघ से भी वार्ता करने को कहा।
जिलाधिकारी ने कैदियों से बातचीत कर उनकी जरूरतों एवं पिछले बैकग्रांउड के बारे में भी जानकारी ली। उन्हाेंने कहा कि जीवन में कुछ न कुछ बात इंसान को प्रेरित करती है इसलिए किसी भी तरह से हताश न हों। शीघ्र ही जेल में कैदियों के लिए कैरम, बाॅलीबाल, वैटमिंटन, चैस आदि खेल सामग्री उपलब्ध कराया जाएगा। स्वाति का कहना है कि जो कैदी कम्प्यूटर प्रशिक्षण लेना चाहते हैं उन्हें प्रशिक्षण देने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कैदियों से कहा कि जेल से रिहा होने के बाद जब वे अपने घर लौटें तो वे रोजगार के लिए जिला उद्योग केन्द्र एवं बैंकों से ऋण सुविधा का लाभ भी ले सकते हैं।