ऋषिकेश, धार्मिक संस्था के नाम पर चल रहा ऋषिकेश का एक इंस्टीट्यूट लगातार विगत दो सालों से सुर्खियों में बना हुआ है।मैनेजमेंट द्वारा इंस्टिट्यूट में पढ़ा रहे शिक्षकों पर लगातार विवाद बना रहता है। बीते शनिवार को इंस्टिट्यूट द्वारा बिना किसी कारण के टीचरों को टर्मिनेट करने का नोटिस थमा दिया गया जिसके चलते टीचरों का गुस्सा मैनेजमेंट के खिलाफ फूट पड़ा है। टीचरों ने कॉलेज गेट पर नारेबाजी करके मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया, टीचर्स का आरोप है कि मैनेजमेंट के सचिव और सदस्य महिला अध्यापकों के साथ बदतमीजी और दुर्व्यवहार करते हैं।
ओमकारानंद इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी में अध्यापिका अनुराधा त्यागी ने संस्थान के प्रबंधन समिति के कुछ पदाधिकारीयो पर अप्पतिजनक कमेंट कर बदनीयती से घूरे जाने पर प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती को शिकायती पत्र प्रेषित किया है, जिसके बाद से संस्थान के शिक्षक व शिक्षिकाओ सहित छात्र व छात्राओं में रोष उत्पन्न हो गया है।
संस्थान की अध्यापनरत अनुराधा त्यागी ने पुलिस को दिए शिकायती पत्र में अवगत कराया कि वह बीते वर्ष 2016 से अध्यनरत हैं, जिनके साथ मनमीत, डॉ आम्रपाली, डॉ निकिता, हेमलता व नुपूर भी उक्त संस्थान में अध्यापनरत है। पिछले कुछ समय से संस्थान की शिक्षिकाओ को प्रबंधन समिति के मोहित कुमार व भरत कुमार तोमर के द्वारा कमरे में बुलाकर आपत्ति जनक कमेंट व प्राथिनी ओर मेरी सहयोगीयो को अनावश्यक बैठाकर बदनीयती से घूरने व महिला कर्मचारियों की वीडियो बनाई जा रही थी।
उन्होंने बताया कि शुरुआत में नौकरी जाने की वजह से वह उक्त कृत्य को बर्दाश्त करती रही, जिससे त्रस्त होकर उन्होंने उक्त बात पूर्व सहयोगीयो डॉ नरेंद्र पंवार, नवीन द्विवेदी, देव प्रिय दास, प्रमोद, सलीम पवार व अवनीश को बताई थी, वही 20 अगस्त को भी उक्त मामले की शिकायत संस्थान के स्वामी सचिदानंद से मिलकर की थी और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की थी, उनके आश्वाशन के बाद ही मुकेश रानाकोटी, देव प्रिय दास, डॉ निकिता, डॉ राजेश मनचंदा को संस्थान से निष्कासित कर दिया गया, उन्होंने मोहित कुमार व भरत कुमार पर आरोप लगाया कि वह उन पर शिकायत को वापिस लेने का दबाव बना रहे है।
उक्त शिकायत के आधार पर पुलिस ने संस्थान के मोहित कुमार व भरत कुमार के विरुद्ध आईपीसी की धारा 354 के तहत अभियोग पंजीकृत कर लिया है, जिसकी विवेचना उपनिरीक्षक कविता रानी द्वारा की जा रही है।