देहरादून। स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) कार्यकर्ताओं ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी) के इन्चार्ज डायरेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में संगठन ने प्रदेश सरकार से एनआईटी के लिए जल्द भूमि उपलब्ध कराने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू किए जाने की मांग की।
ज्ञापन में संगठन कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की कि जबतक स्थाई कैंपस का निर्माण नहीं हो जाता एनआईटी के छात्रों के भविष्य को देखते हुए एनआईटी कक्षाओं को उत्तराखंड के अंदर ही अनुकूल भवन दिया जाए। जहां सभी कक्षाएं एक साथ चल सके, जो बैच जयपुर को स्थानांतरित किए गए हैं। उनको वापस लाया जाए ताकि एनआईटी की कक्षाओं को सुचारू रूप से चलाया जाए। एसएफआई के राज्य सचिव देवेंद्र रावल ने कहा कि पूर्व में रही कांग्रेस की सरकार अ और वर्तमान में भाजपा की राज्य सरकारों ने एनआईटी उत्तराखंड के साथ सौतेल व्यवहार किया है। साथ ही उत्तराखंड कि जनता और छात्र समुदाय के साथ एनआईटी के नाम पर धोखाधड़ी की है। अभी इस समय में शर्मसार कर देने वाली बात यह है कि जब एनआईटी के लगभग आधे छात्र छात्राओं को शिफ्ट कर दिया गया है उसके बाद भी भाजपा शासित प्रदेश सरकार के कान पर जूं तक नही रेंग रही है। एसएफआई कार्यकर्ताओं ने राज्य कमेटी प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द से जल्द एनआईटी से जुड़ी समस्या का निदान नहीं किया जाता है तो संगठन राज्यभर के अंदर प्रदेश सरकार के खिलाफ आंदोलन छेड़ेगी, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी। इस अवसर पर राज्य सचिव देवेंद्र रावल, राज्य अध्यक्ष नितिन मलेठा, राज्य सदस्य कमलेश नेगी, पवन नेगी, योगेश नेगी व अतुल कांत समेत काफी संख्या में पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।