श्रावण की शिवरात्रि पर शिवालयों में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब

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हरिद्वार, । श्रावण मास की शिवरात्रि पर मंगलवार को धर्मनगरी हरिद्वार के शिवालयों में श्रद्धालुओं की काफी अधिक भीड़ उमड़ी। शिव के भक्तों ने भगवान का जलाभिषेक कर बहुविधि पूजा अर्चना की। तड़के से आरम्भ हुआ जलाभिषेक का दौर दिन भर लगातार जारी रहा। हालांकि शिवरात्रि तिथि सोमवार सांयकाल ही आरम्भ हो गई थी।
मान्यता है कि श्रावण मास की शिवरात्रि पर भगवान ने समुद्र मंथन के समय निकले विष का पान किया था और विष की अग्नि को शांत करने के लिए भगवान नीलकंठ पर्वत पर विराजमान हुए थे। भगवान के उसी विष की अग्नि को शांत करने के लिए शिव का जलाभिषेक किया गया।
पं. देवेन्द्र शुक्ल शास्त्री के मुताबिक इसी कारण से भगवान शिव को जलधरा प्रिय है। इसी कारण मंगलवार को श्रावण मास की शिवरात्रि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का जलाभिषेक किया। तीर्थनगरी के सभी प्रमुख शिवालयों दक्षेश्वर महादेव, दरिद्रभंजन महादेव, दुखभंजन महादेव, तिलभाण्डेश्वर महादेव मंदिर के साथ अन्य मंदिरों में भी शिव भक्तों की भीड़ उमड़ी।
हालांकि श्रावण मास आरम्भ होते ही सभी शिवालयों को भली प्रकार से सजाया गया था। श्रद्धालुओं की भीड़ के मद्देनजर पुलिस प्रशासन ने शिवालयों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। शिवालयों में रात्रि चतुर्थ प्रहर की पूजा की तैयारियां की जा रही थीं।