बिचौलियों तक पहुंचेगी एसआईटी 

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File Photo

रुद्रपुर, एनएच 74 में हुए मुआवजा घोटाले में एसआईटी के निशाने पर सॉरसूकदार भी हैं। बतौर मुआवजा किसानों को किए गए भुगतान की राशि कहां और कैसे खर्च हुई? इस सूत्र के जरिए एसआईटी उन लोगों तक पहुंचेगी जिन्होंने बिचौलियों की भूमिका निभाई थी। गत दिवस एलाइड इंफ्रा की एमडी प्रिया शर्मा से हुई पूछताछ इसी कड़ी का हिस्सा बताया जा रहा है।

सूत्रों ने बताया कि उन्हें फिर पूछताछ के लिए तलब किया गया है। यहां बता दें कि जिस दिन पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह के आवास पर आयकर का छापा पड़ा था, उसी दिन एलाइड इंफ्रा के दफ्तर व उनके आवास पर छापा पड़ा था। यानि कहीं न कहीं यह कड़ी आपस में जुड़ रही थी। एसआईटी के सूत्रों का कहना है कि मनी ट्रेलिंग की जांच की जा रही है। जिसके तहत यह देखा जा रहा है कि किसानों को मुआवजे के तौर पर जो धनराशि दी गई, उसका कहां उपयोग किया गया।

मनी ट्रेलिंग की जांच में कुछ संदिग्ध लोगों तक एसआईटी पहुंची है। उसी आधार पर एलाइड इंफ्रा की प्रिया शर्मा से एसआईटी ने पूछताछ की। उन्हें पुन: पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा उन बिचौलियों तक भी एसआईटी पहुंचेगी, जिन्होंने बैक डेट में जमीनों की 143 कराकर किसानों को लाभ पहुंचाया। बिचौलियों तक पहुंचने के लिए उनके खातों की डिटेल एसआईटी पहले ही खंगाल चुकी है। कई सफेदपोश लोग एसआईटी की जांच में बेनकाव हो सकते हैं।

हालांकि एसआईटी ने अभी दो ही तहसीलों की जांच की है और गदरपुर, बाजपुर, रुद्रपुर व किच्छा की जांच होना अभी बाकी है, लेकिन हर तहसील में गलत तरीके से लाभ लेने वाले किसानों के खातों की डिटेल खंगाली जाएगी। कहीं न कहीं बिचौलियों का खेल यहीं से खुलेगा। उधर, एसआईटी पूर्व एसएलएओ डीपी सिंह की तलाश कर रही है, मगर उनका कोई सुराग नहीं मिला है।