ऋषिकेश। देवभूमि ऋषिकेश के खदरी खड़कमाफ अंतर्गत कल रात संपन्न हुए एक विवाह की चारों ओर चर्चा हो रही है। विदित हो कि पंजाब प्रांत के जिला अमृतसर व्यास निवासी कैलाशचंद्र मूल रूप से डांड़ी उत्तराखंड निवासी हैं, जो कि पर्यावरणविद विनोद जुगलान के पारिवारिक मित्र हैं ने उनके सामाजिक कार्यों से प्रभावित हैं होकर अपने बेटे अरुण कुमार के विवाह के सुअवसर पर कुछ नया करने की सोची जिससे समाज को नया सन्देश मिले। उन्होंने बताया कि वह अपने बेटे का विवाह देवभूमि ऋषिकेश में करना चाहते हैं, जिसके लिए उनके पारिवारिक मित्र विनोद जुगलान ने उनके विचार का स्वागत करते हुए खदरी में ही प्रबन्ध किया।
इस अवसर उत्तराखण्डी संस्कृति की धूम रही। न्यूतेर (मेंहदी)पर मंगल गीत गाए गए। शादी की खास बात यह रही कि कार्यक्रम न केवल नशा मुक्त रहा बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पटाखों का प्रयोग पूर्ण रूप से वर्जित रहा। दूल्हे बने अरुण सिल्सवाल ने बताया कि वह विनोद जुगलान द्वारा पर्यावरण संरक्षण के प्रति किए जा रहे प्रयासों से प्रभावित हैं, इसलिए उन्होंने नशा और प्रदूषण मुक्त विवाह करने का निर्णय लिया तथा उन्होंने दहेज़ मुक्त समाज विकसित करने हेतु सिर्फ एक नारियल और अंग वस्त्र ही स्वीकार किए। जिसकी विवाह समारोह में उपस्थित हुए सभी मेहमानों ने खूब प्रशंसा की। उल्लेखनीय है कि दूल्हे बने अरुण कुमार नोयडा में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। विवाह के बाद विष्णु विहार मोहल्ले में सफाई का आयोजन किया गया, जिसमें दूल्हा दुल्हन और उनके पारिवारिक सदस्य भी सम्मिलित हुए। कल पौधरोपण का कार्यक्रम होगा। इस अवसर कैलाश चन्द्र, विद्यावती, बीना देवी, कमला जुगलान, प्रीति, दिलीप प्रमाणिक, बलविन्दर सिंह प्लथ, विकास कुमार, पूनम बसलियाल, पर्यावरणविद विनोद जुगलान, सुन्दर लाल गौड़, बीना बतरा, कमलेश, सविता, अरुण सोनम शर्मा आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।