लगातार हो रही वर्षा और बर्फबारी के चलते चमोली जिले में शीतलहर का प्रकोप है। लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। चमोली जिले के 77 गांव अभी भी बर्फवारी से ढके हुए हैं। गांवों में बिजली और पानी की किल्लत बढ़ गई है। तीन हाईवे समेत सात से अधिक सड़कें बर्फ से अवरुद्ध हैं। एसे में दर्जनों गांवों का संपर्क देश से कट गया है।
चमोली जिले में वर्षा और हिमपात का दौर गुरुवार से जारी है। गांवों का हाल सबसे ज्यादा खराब है। पैदल मार्ग भी बर्फ से ढके हैं। ग्रामीण पानी और बिजली के संकट से जूझ रहे हैं। नलाें में पानी भी जमने लगा है। ग्रामीण बर्फ पिघलाकर ही पानी पीने को मजबूर हैं।
पाणा ईराणी क्षेत्र के मोहन सिंह का कहना है कि कई वर्षाें बाद इतनी बर्फबारी हुई है। चमोली जिले में अभी भी 77 गांव बर्फ की चादर ओढ़े हैं, जिसमें जोशीमठ में 29 गांव, चमोली दशोली में सात, पोखरी में चार, गैरसैण में 25, घाट में 12 गांव बर्फवारी से ढके हुए हैं।
उत्तराखंड में ऊंची चोटियों पर बर्फबारी से ठंड बढ़ी
उत्तराखंड में केदारनाथ, बदरीनाथ, औली और धनौल्टी सहित हिमालय की ऊंची चोटियों पर बारिश और बर्फबारी से ठंड बढ़ गई है। पहाड़ों की रानी मसूरी में ओलों के साथ बारिश हुई है। राज्य में गुरुवार से शुक्रवार दोपहर तक बरसता और बर्फबारी जारी है। मौसम विभाग ने पहले ही इस बारे में आगाह कर दिया था।
मौसम विभाग के बुलेटिन में ऊंचाई वाले इलाकों में अगले 12 घंटे में बर्फबारी के साथ चंपावत, पिथौरागढ़, नैनीातल, उधमसिंह नगर सहित अन्य जनपदों में तेज बारिश के साथ ओला वृष्ठि की संभावना जताई गई है। पर्वतीय क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक शीत लहर का अलर्ट जारी किया गया है। विभाग का कहना है कि 18 जनवरी तक बारिश और बर्फबारी होगी। 19 जनवरी से मौसम में परिवर्तन होने से ठंड से राहत मिल सकती है।
शुक्रवार सुबह देहरादून सहित प्रदेश के अन्य हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी हुई। मसूरी में गुरुवार दोपहर एक बजे ओले गिरे और शाम पांच बजे से देररात तक बारिश हुई। धनोल्टी में शाम को ओले गिरने के बाद बर्फबारी शुरू हो गई।
केदारनाथ धाम में गुरुवार दोपहर बाद से शाम तक हल्की बर्फबारी हुई। शुक्रवार को भी बर्फबारी हुई है। यहां पहले से 13 फीट से अधिक बर्फ मौजूद है। मद्महेश्वर, तुंगनाथ समेत चोपता, चौमासी, चिलौंड, गौंडार व त्रियुगीनारायण के ऊपरी क्षेत्रों में भारी हिमपात हुआ है। बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, गौरसों बुग्याल, जोशीमठ, औली, रुद्रनाथ समेत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। बर्फबारी के बीच भी भारी संख्या में पर्यटक औली जा रहे हैं।
यमुनोत्री घाटी में बर्फबारी और बारिश के कारण हाईवे राडी टाॅप, हनुमानचट्टी से आगे बंद पड़ा है। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग सुक्की टॉप से ऊपर बर्फबारी के कारण बंद है। उत्तरकाशी जिले में डुण्डा, चिन्यालीसौड़, बड़कोट, पुरोला, मोरी में हल्की बारिश हो रही है। यहां हर्षिल, गंगोत्री धाम, जानकीचट्टी, यमुनोत्री धाम, राडी टॉप, चौरंगी में बर्फबारी हो रही है। रुद्रप्रयाग जनपद में बीती रात से बारिश के साथ बर्फबारी उंचाई वाले स्थानों पर जारी है।
मुनस्यारी में एक बार पुनः बर्फबारी के चलते थल मुनस्यारी मोटर मार्ग बंद हो गया है। सभी वाहन मुनस्यारी-जौलजीबी मार्ग से आवागमन कर रहे हैं। पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, रानीखेत, भीमताल, रुद्रपुर, जसपुर, लोहाघाट, गरुड़ और पंतनगर में रात से रुक-रुक कर बारिश जारी है। काशीपुर में हल्की बूंदाबांदी से ठंड बढ़ गई है। डीडीहाट में रातभर बारिश हुई। रामनगर में रात भर बारिश हुई। नैनीताल के ऊपरी इलाके में हिमपात हुआ है। यहां करीब दो इंच तक बर्फ पड़ी है। कौसानी, ग्वालदम, मुक्तेश्वर, धानाचूली, पहाड़पानी में भी बर्फबारी हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह का कहना है कि 18 जनवरी तक पहाड़ में बारिश के साथ ही 2000 मीटर तक की ऊंचाई तक बर्फबारी हो सकती है। शुक्रवार को देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, ऊधमसिंहनगर और नैनीताल जिलों में ओलावृष्टि के आसार है। 19 जनवरी से मौसम साफ होने की उम्मीद है।