देहरादून। बारिश और बर्फबारी से राजधानी देहरादून सहित पूरा प्रदेश ठंड की चपेट में है। चारधाम सहित उचाई वाले स्थानों पर सोमवार रात से जमकर बर्फबारी हुई। बर्फबारी से पर्यटकों ने जमकर आनंद लिया। वहीं मसूरी के लिए पर्यटकों का रेला देखा गया। सड़कों को पर वाहनों की लम्बी कतरें लगी रही। सर्द मौसम में जाम से निजात पाने के लिए पुलिस को पसीना बहाना पड़ा। सुरक्षा के मद्देनजर मसूरी व धनौल्टी जा रहे पर्यटकों को कुठाल गेट पर रास्ते में रोका गया। भारी बर्फबारी से किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौटी है खासकर सेब के लिए यह बर्फबारी मुफीद मानी जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अभी हिमपात और बारिश जारी रहने की संभावना है। कई स्थानों पर बारिश और बर्फ के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित रहे। देहरादून, चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, हरिद्वार जिला प्रशासन ने बुधवार को एक से 12 तक के सभी शासकीय और गैरशासकीय विद्यालय सहित आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित किया है।
देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी जिले में सोमवार रात से लगातार रूक-रूकर बारिश का दौर जारी है। यहां पहाड़ियों ने बर्फ की चादर ओढ़ ली है। बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के साथ ही हेमकुंड साहिब में जमकर बर्फबारी हुई। मौसम विभाग विज्ञान केन्द्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार बुधवार को भी प्रदेश में आंशिक रूप से लेकर आम तौर पर बादल छाए रहेंगे। उत्तराखंड में कुछ स्थानों में वर्षा बर्फ भारी हो सकती है 1800 मीटर में अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में बर्फबारी होने की संभावना है।
उत्तरकाशी जिले के सम्पूर्ण भूभाग में ऊंचाई वाले हिस्सों में बर्फबारी हुई है जबकि घाटी के इलाके में बारिश से जान जीवन पर भी असर पड़ा है। तापमान मे भी भारी गिरावट दर्ज की गई है। ज़िले की गंगा घाटी की बात करें तो गंगोत्री से लेकर भटवाड़ी तक बर्फ गिरी है। यमुनोत्री के निचली घाटी के गांव भी बर्फ की चादर ओढ़ चुके है। जानकारी के अनुसार जिले के डेढ़ सौ से अधिक गांव बर्फ से ढके है। कई स्थानों पर मार्ग बाधित रहे।
सहायक उद्यान अधिकारी एनके सिंह ने बताया कि इस बर्फवारी औऱ बारिश का लाभ सेब,गेहूं व अन्य फसलों के लिए लाभदायक होगा। वहीं सीनियर डॉ केपी जोशी ने बताया कि बगैर बारिश के जो वातावरण प्रभावित हुआ था और खासकर कई बीमारियों को आमंत्रण दे रहा था उसमें इस बारिश और बर्फवारी से ब्रेक लग जायेगा। मौसम के भारी हिमपात के बाद जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने जिला आपदा प्राधिकरण कक्ष में इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम की आपात बैठक बुलाई। बैठक में उन्होंने बुधवार को एक लेकर 12 तक के सभी शासकीय और गैरशासकीय विद्यालय सहित आंगनबाड़ी केंद्रों अवकाश घोषित किया है।
डीएम ने जनपद में हो रही भारी बरसात व बर्फबारी को देखते हुए रेखीय विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में पैनी नजर बनाये रखें तथा नालूपानी चुंगी बड़ेथी आदि भूस्खलन प्रभावित स्थानों पर तत्परता व मय संसाधन मौजूद रखें।
केदारनाथ में पांच फिट तक बर्फ पड़ी है। इससे केदारनाथ का तापमान माइनस दस डिग्री चला गया है। भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग भी बाधित रहा। विभाग की ओर से मार्ग खोलने के लिए मशीने जुटी रही, लेकिन लगातार हो रही बारिश के चलते दिक्कतें आ रही है।
चमोली जिले में जिला मुख्यालय गोपेश्वर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय का भवन मंगलवार को अचानक भरभरा कर जमींदोज हो गया। गनीमत रही कि वर्षा और हिमपात को देखते हुए जिला प्रशासन ने अवकाश की घोषणा की थी, इससे एक बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं घाट विकास खंड में एक बोलेरो वाहन (यूके 11/टीए 1396) रामणी की ओर जा रहा था। इसमें चालक सहित तीन लोग सवार थे। क्षेत्र में भारी बर्फबारी के करण वाहन चरबंग गांव के पास बर्फ में फिसलने से अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरी। इससे वाहन चालक बंगाली निवासी राजेंद्र सिंह (45), व लक्ष्मी देवी (42) की घटना स्थल ही मौत हो गई, जबकि बंगाली निवासी हरपाल सिंह (24) गंभीर घायल है। इसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र घाट में भर्ती कराया गया है।
देहरादून में जौनसार बावर क्षेत्र बर्फ से लकदक नजर आये। चकराता कैंट सहित क्षेत्र की उंची पहाड़ियों पर जमकर हो रही बर्फबारी हुई। साथ हीे कोटी कनासर,चुरानी, खडंबा, मुंडाली, देवबन,लोखंडी,मोइला टोप, कांडीधार आदि उंची पहाड़ियों ने ओडी बर्फ की चादर ओढ़े हैं। मसूरी में खूब बर्फबारी हुई। हरिद्वार में दिनभर बारिश का दौर जारी है।