हरिद्वार, लक्ष्मी उर्फ गुड्डी की हत्या का खुलासा करते हुए गुरुवार को पुलिस ने मृतका के दामाद को गिरफ्तार किया है। अपनी सास के अनैतिक कृत्यों से तंग आकर दामाद शंकर गिरि ने कुल्हाड़ी से सिर पर प्रहार कर उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को बरामद कर लिया है। हालांकि आरोपी दामाद ने पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया लेकिन नाकाम रहा।
एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने नगर कोतवाली में गुरुवार को लक्ष्मी हत्याकांड का खुलासा किया। बताया कि 20 जनवरी की सुबह नगर कोतवाली क्षेत्र की ब्रह्मपुरी कॉलोनी निवासी लक्ष्मी उर्फ गुड्डी पत्नी डालचंद की अज्ञात व्यक्ति ने धारदार वस्तु से प्रहार कर हत्या कर दी थी। मृतका लक्ष्मी की बेटी अन्नु गिरि पत्नी शंकर गिरि निवासी ब्रहमपुरी कालोनी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया था। इस हत्याकांड का खुलासा करने के लिए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित की गई। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला। पुलिस को पता चला कि मृतक लक्ष्मी अनैतिक कार्यो में संलिप्त थी। लक्ष्मी के घर पर लोगों का आना जाना लगा रहता था। पुलिस ने मृतका के मोबाइल की बारीकी से पड़ताल की और लक्ष्मी की बेटी और दामाद से पूछताछ की गई। दामाद शंकर गिरि के बयानों में विरोधाभाष नजर आया। इसके बाद शंकर पर नजर रखी जाने लगी। जब शंकर से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपनी सास की हत्या करना कबूल कर लिया। आरोपी शंकर ने बताया कि उसने अपनी सांस को कई बार समझाया कि वह गलत काम छोड़ दे। लक्ष्मी के कारण उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब हो रही थी। इसी के चलते उसने लक्ष्मी की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी शंकर को गिरफ्तार कर लिया है।
लूट का रंग देने का प्रयास
शंकर ने हत्या को लूट का रंग देने का प्रयास किया। हत्या करने के बाद शंकर ने लक्ष्मी के सामान को तितर बितर कर दिया। जिससे पुलिस इस घटना को लूट का प्रयास समझे। लेकिन आरोपी शंकर पुलिस की आंखों में धूल झोंकने में नाकाम रहा।
पत्नी को नहीं लगने दी भनक
आरोपी शंकर और उसकी बेटी अन्नु हत्या की रात्रि में लक्ष्मी के साथ ही खाना खाया। रात्रि करीब 12 बजे शंकर और अन्नु अपने घर चले गए। जब अन्नु को गहरी नींद आ गई तो शंकर एक बार फिर अपनी सास लक्ष्मी के पास आया। दामाद को देखकर लक्ष्मी ने दरवाजा खोल दिया। जिसके बाद शंकर ने हत्या को अंजाम दिया। हालांकि शंकर ने इस बात की भनक अन्नु को नहीं लगने दी। जब शंकर हत्या करने के बाद घर पहुंचा तो अन्नु सो रही थी।
पुलिस के सामने रहा कातिल शंकर
लक्ष्मी की हत्या के बाद अन्नु और शंकर मौके पर पहुंचे थे। कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के दौरान भी कातिल पुलिस के सामने ही बैठा था। कातिल को पुलिस पहचान नहीं पाई। कातिल बेहद शातिर था। लेकिन शंकर पुलिस को ज्यादा देर तक अंधेरे में नही रख सका।