फैकल्टी की किल्लत से जूझ रहा श्रीनगर मेडिकल कॉलेज

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श्रीनगर गढ़वाल। रेडियोलॉजी के बाद अब राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर का मनोरोग विभाग भी फैकल्टी विहीन हो गया है। विभाग की इकलौती फैकल्टी सहायक प्रोफेसर डॉ. प्रदीप निराला ने त्यागपत्र के साथ तीन माह का नोटिस थमा दिया है। फिजिकल रिहेबिलिटेशन पीएमआर विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अभिषेक भी मेडिकल कालेज से त्याग पत्र दे चुके हैं।

विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती तो दूर अब सामान्य फैकल्टियों की कमी भी प्रदेश के पहले सरकारी मेडिकल कालेज पर भारी पड़ने लगी है। 30 प्रतिशत से अधिक फैकल्टियों की कमी बनी हुई है। फरवरी 2017 से फैकल्टियों की तैनाती को लेकर चिकित्सा शिक्षा विभाग वॉक इन इंटरव्यू भी नहीं कर रहा है, जिससे फैकल्टियों का संकट निरंतर गहराता जा रहा है। इससे पहले लगभग हर दो महीने में फैकल्टियों की नियुक्ति को लेकर वॉक इन इंटरव्यू देहरादून में होते रहे हैं।
श्रीनगर मेडिकल कालेज में मेडिसन, बाल रोग विभाग, रेडियोलॉजी जैसे क्लीनिकल विभाग में फैकल्टियों की भारी कमी का असर बेस अस्पताल में रोगियों के उपचार की व्यवस्था पर पड़ रहा है। मेडिकल कालेज का अस्पताल होने की वजह से गढ़वाल के अन्य अस्पतालों से रोगियों को बेस अस्पताल इलाज के लिए भेजा जाता है, लेकिन उपचार को लेकर यहां की खस्ताहाल व्यवस्था देख परिजन और तीमारदार रोगी को दून या जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल ले जाने के लिए मजबूर होते हैं।