चुनाव प्रचार में स्टार प्रचारकों के तूफानी दौरों के साथ ही सभी सीटों पर समीकरण बदलने लगे हैं। कुछ विधानसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी भाजपा, कांग्रेस और बसपा प्रत्याशियों का गणित फेल कर रहे हैं। जनपद हरिद्वार की 11 विधानसभा सीटों पर सबसे रोचक मुकाबला ग्रामीण पर देखने को मिलेगा। जहां कांग्रेस पार्टी की ओर से हरीश रावत भाजपा के स्वामी यतीश्वरानंद से सीधी टक्कर ले रहे हैं। वहीं हरिद्वार की नग्र विधानसभा में भाजपा के मदन कौशिक का चुनावी प्रबंधन के आगे कांग्रेस के ब्रहमस्वरूप ब्रह्मचारी का गणित डगमगा रहा है। कांग्रेस को हरिद्वार नगर की सीट पर कब्जा करने के लिये प्रबंधन में सुधार करना होगा। चुनावी वातावरण दिलचस्प हो चला है। वहीं ज्वालापुर सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी बृजरानी ने भाजपा के सुरेश राठौर और कांग्रेस के सपी सिंह इंजीनियर को सर्दी में पसीना दिला रखा है।
उत्तराखंड में आगमी 15 फरवरी को मतदान होगा। चुनाव की तिथि नजदीक आने के साथ ही चुनाव की सरगर्मी तेज हो चली है। भाजपा, कांग्रेस, बसपा और निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव में जीत दर्ज करने के लिये लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं । इसी के साथ ही स्टार प्रचारकों की रैली और रोड शो शुरू हो गये हैं। भाजपा के केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह की रैली के बाद से कांग्रेस के युवराज का रोड शो प्रस्तावित है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भाजपा प्रत्याशियों को जीत दर्ज कराने के लिये हरिद्वार में रैली संबोधित करने वाले हैं। इन दिग्गजों के चुनावी रणक्षेत्र में कूदने के बावजूद निर्दलीय प्रत्याशियों की पकड़ भाजपा और कांग्रेस को भारी पड़ रही है। हरिद्वार सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की जनता में कमजोर पकड़ और विफल चुनावी मैनेजमेंट चुनावी दौड़ में मदन कौशिक से काफी पीछे ले जा रहा है। वही, रानीपुर सीट पर भाजपा के आदेश चैहान को काग्रे्रेस के अंबरीष कुमार से कड़ी चुनौती मिल रही है।
अंबरीष के साथ बनिया बिरादरी की कजुटता रेस में आदेश से आगे ले रही है। वही, ग्रामीण सीट पर कांग्रेस के हरीश रावत को भाजपा के यतीश्वरानंद के साथ-साथ निर्दलीय मुकर्रम अंसारी के मैदान में आने से चुनावी गणित उलझा दिया है। इसके अलावा ज्वालापुर सीट की बात करें तो भाजपा के सुरेश राठौर, कांग्रेस के सपी सिंह इंजीनियर के गणित को निर्दलीय प्रत्याशी बृजरानी ने फेल कर दिया है। इस सीट पर जीत का दंभ भरने वाले पार्टी नेताओं को निर्दलीय बृजरानी के आ जाने से पसीने आ रहे है। हरिद्वार जनपद की सभी 11 सीटों पर रोचक मुकाबला तय है। इन सभी सीटों पर चुनावी गणितज्ञों की राय मौजूदा हालात से मेल नहीं खा रही है।