टिहरी। जिलाधिकारी ने वनों में आग लगाने वाले व्यक्ति के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई के निर्देश देते हुए कहा कि वनाग्नि की घटना के दौरान वन सम्पदा की सुरक्षा के महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली वन पंचायतों को भी पुरस्कृत किया जाएगा।
सोमवार को डीएम सोनिका ने जिला सभागार में आयोजित वनाग्नि सुरक्षा समिति की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को टीम भावना से कार्य करने के निर्देश दिए। कहा कि वनों में लगने वाली आग से जहां वन सम्पदा को नुकसान होता है, वहीं पर्यावरणीय क्षति भी होती है। इसके लिए वन विभाग के अधिकारी अतिरिक्त कर्मियों की व्यवस्था करने के साथ ही स्थानीय लोगों की भी मदद लेना सुनिश्चित करें। साथ ही आपातकाल के दौरान वन विभाग के पास संचार एवं सूचना की उचित सुविधा होनी चाहिए। ताकि घटना के समय नियंत्रण कक्ष को सूचना देकर आग को रोकने के लिए कार्रवाई की जा सके।
डीएम ने सभी ब्लॉकों व तहसील स्तर पर आम जनता के साथ समन्वय स्थापित कर आग को रोकने के लिए ग्राम स्तर पर समितियों को जागरुक करने की बात भी कही। बैठक में डीएफओ डॉ. कोको रोषे ने बताया कि जिले में संवेदनशीलता के आधार पर स्थलों का चयन किया गया है। साथ ही फायर लाईनों का रखरखाव, वायरलैस सैट, फायर कंट्रोल रुम तथा मानव संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मौके पर डीएफओ नरेन्द्रनगर राहुल, सीओ हीरा सिंह रौथाण, एफएसओ धीरज तड़ियाल, ईई राकेश कुमार, वीके सिंह, बृजेश भट्ट, तेजराम सेमवाल, ईई सतीश नौटियाल, प्रेमदत्त डोभाल, लक्ष्मण सिंह सजवाण आदि उपस्थित थे।