ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद और पुण्यानंद का गंगा के लिए तप शुरू

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गंगा

हरिद्वार। 111 दिनों तक अनशन करने के बाद मौत का ग्रस बन चुके स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद की मांगों को पूरा कराने के लिए ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद और पुण्यानंद ने मातृसदन में तप शुरू कर दिया। ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद तप पर रहेंगे। इस दौरान वह जल के साथ नींबू, नमक और शहद लेंगे। वहीं, पुण्यानंद इस दौरान अन्न का भी त्याग करेंगे। वे इस दौरान वह केवल फल लेंगे। यदि इस दौरान आत्मबोधानंद को कुछ होता है तो पुण्यानंद फल का भी त्याग कर देंगे।
गंगा की अविरलता और निर्मलता के साथ गंगा को लेकर एक्ट बनाने की मांग को लेकर मातृसदन पिछले कई सालों से आंदोलन कर रहा है। गंगा से खनन पूर्ण रूप से समाप्त करने की मांग को लेकर मातृसदन के स्वामी शिवानंद के साथ ही आत्मबोधानंद कई बार तप कर चुके हैं। गंगा रक्षा के लिए ही मातृ सदन के ब्रह्मचारी निगमानंद की सात वर्ष पूर्व 68 दिनों तक अनशन के कारण जौलीग्रांट अस्पताल में मौत हो गई थी। इसके बाद स्वामी सानंद ने गंगा रक्षा के लिए अपना तप शुरू किया और 111 दिनों के लम्बे अनशन के बाद उनकी भी मौत हो गई। अब स्वामी सानंद की मांगों को पूरा करने लिए मातृसदन के ब्रह्मचारी आत्मबोधानंद बुधवार से तप पर बैठ गए हैं।