निजी मोटर वाहनों की हड़ताल का ​दिखा मिलाजुला असर 

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देहरादून,   नए मोटर व्हीकल एक्ट के विरोध में उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर निजी बस ऑपरेटर्स, टैक्सी, मैक्सी संचालकों की हड़ताल का प्रदेश में मिलाजुला असर देखने को मिला।
राजधानी दून की सड़कों पर आज इस हड़ताल के कारण सिटी बसों का संचालन बंद रहा। जिससे हर रोज सिटी बसों से ड्यूटी जाने वालों को खासी परेशानी हुई। हालांकि इस हड़ताल में विक्रम व आटो चालक भी शामिल थे लेकिन दून की सड़कों पर विक्रम व आटो हर रोज की तरह दौड़ते दिखे। दून से राज्य के अन्य जनपदों के लिए संचालित होने वाली टैक्सी मैक्सी के हड़ताल पर रहने से भी बाहर से आये यात्रियों को खासी दिक्कतें झेलनी पड़ीं और टैक्सी चालकों ने धरना भी दिया।
महासंघ के पदाधिकारी एसके गुप्ता का कहना है कि उनकी हड़ताल सफल रही है। उनका कहना है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। दूसरी तरफ उन्होंने कैबिनेट की बैठक में नये एमवी एक्ट के तहत किये जाने वाले जुर्माने में छूट दिये जाने की संभावनाएं भी जताई है। महासंघ की मांग है कि चालान पुरानी दरों पर ही किये जाने चाहिये।
चमोली जिले में टैक्सी, मैक्सी, निजी परिवहन के संचालन न होने से लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। दूर दराज के गांवों से चमोली जिला मुख्यालय के साथ ही अपने स्थानीय बाजारों तक आने के लिए लोगों को पैदल ही रास्ता नापना पड़ा। लोग बस व टैक्सी अड्डों पर खडे़ देखे गये। चमोली जिले में जोशीमठ, कर्णप्रयाग, थराली, नारायणबगड़, गैरसैंण में भी वाहनों की हड़ताल के चलते ग्रामीण क्षेत्रों से बाजार अपनी रोजमर्रा की सामग्री लेने के लिए लोगों को पैदल ही आना-जाना पड़ा।
ऋषिकेश में सरकारी वाहनों को छोड़कर सभी निजी वाहन चालकों ने अपने वाहनों का चक्का जाम रखा। इसके कारण संपूर्ण उत्तराखंड में कोई भी निजी वाहन नहीं चला जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को जहां परेशानियों का सामना करना पड़ा। विक्रम ऑटो जीप, कार चालकों के भी सड़क पर न उतरने से स्थानीय नागरिकों को भी काफी दिक्कतों से जूझना पड़ा।
परिवहन महासंघ ने केंद्र सरकार के लागू किए गए नए परिवहन कानून को उत्तराखंड में अव्यवहारिक बताया। महासंघ के आयोजित चक्का जाम का प्रभाव ऋषिकेश ,रानीपोखरी, मुनी की रेती, हरिद्वार,रुड़की आदि क्षेत्रों देखा गया। हल्द्वानी में टैक्सी यूनियन की हड़ताल के चलते टैक्सियां टैक्सी स्टैंड में खड़ी रहीं। नई टिहरी में जीप, टैक्सी और बसों की हड़ताल रही। चंपावत और पौड़ी जिले में हड़ताल का मिलाजुला असर देखने को मिला।