देहरादून,केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘स्वच्छ भारत-स्वच्छ पर्यटन’ कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों ने अपने आसपास के पर्यटन स्थलों को साफ रखने का संकल्प लिया। उन्होंने पर्यटन स्थलों पर गंदगी ना करने और साफ-सफाई बनाए रखने की शपथ ली।
सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल में कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए प्रबंध निदेशक विपिन बलूनी ने उत्तराखंड में पर्यटन की संभावनाओं के संबंध में विचार रखे। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के विशेषज्ञों ने स्कूली बच्चों को डॉक्यूमेंट्री फिल्म के जरिए साफ-सफाई बनाए रखने का संदेश दिया। फिल्म के जरिए उन्होंने देश के प्रमुख पर्यटन स्थलों के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि, “बढ़ती गंदगी के कारण देश के कई पर्यटन स्थलों पर लोगों की आवाजाही बेहद कम हो गई है, वहीं साफ-सुथरे और स्वच्छ पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है।” कार्यक्रम के प्रोजेक्ट एसोसिएट अमित वासवानी ने डॉक्यूमेंट्री से संबंधित बच्चों के सवालों के जवाब भी दिए। उन्होंने बच्चों से पर्यटन पर आधारित कई प्रश्न भी पूछे, जिनका सही जवाब देने वालों को पुरस्कार भी दिया गया।
गढ़वाल विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के प्रोजेक्ट अधिकारी डॉ. सर्वेश उनियाल ने भी स्वच्छता को लेकर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि, “स्वच्छ पर्यटन स्थलों से विदेशों में भी देश की अच्छी छवि बनती है। इसके बाद संभव मंच की ओर से गंगा तुम बहती हो क्यों नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। इसके माध्यम से कलाकारों ने गंगा में बढ़ती हुई गंदगी का मुद्दा उठाया। कार्यक्रम के अंत में स्कूली बच्चों को कपड़े के बैग भी वितरित किए गए।”
बच्चों ने कहा कि,”वह भविष्य में पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे और हमेशा कपड़े के बैग का ही प्रयोग करेंगे।” इस अवसर पर स्कूल की प्रधानाचार्य अलका राणा, गिरीश चमोली, कविलास नेगी समेत अन्य शिक्षक व अभिभावक मौजूद रहे।