देहरादून के फोर्टिस एस्कोर्टस हाॅस्पिटल में वरिष्ट हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ. योगेन्द्र सिंह द्वारा 31 साल के नवयुवक का सफल एंजियोप्लास्टी द्वारा इलाज किया गया।
सूर्यांश गुलाटी जिनको वैष्णो देवी से आते वक्त छाती में गंभीर दर्द महसूस हुआ,इसके बाद डाॅक्टर को जांच कराने मे पता चला कि युवक केा हार्ट अटैक आया और उसे तुरन्त ही कार्डियोलोजिस्ट को दिखाने की सलाह दी।
मरीज देहरादून पहुंचते ही हाॅस्पिटल गया एंव हृदय संबंधी सभी जांच की गई, तथा उन्हें तुरंत ही कार्डियक सेन्टर जाने की सलाह दी गयी। इसके बाद तुरंत ही मरीज को हार्ट सेन्टर ले जाया गया, जहां डाॅक्टरो ने उन्हें तुरंत ही बाईपास सर्जरी की सलाह दी। इसी बीच उन्होंने फोर्टिस अस्पताल के कार्डियोलोजी से सलाह लेने का विचार बनाया।
कार्डियोलोजिस्ट डाॅ. योगेन्द्र सिंह द्वारा परामर्श लिया, और डाॅ. योगेन्द्र सिंह ने मरीज की सारी रिपोर्ट को देखते हुए उन्हें एंजियोप्लास्टी करने की सलाह दी। मरीज की जांच के दौरान डाॅ. योगेन्द्र सिंह ने एक नस को 100 प्रतिशत बन्द होने की पुष्टि की और स्टेन्ट के माध्यम से मरीज की जान बचाई गयी।
मरीज को चलने फिरने मे सीने में तेज दर्द की शिकायत की। आम तौर पर इतनी कम उम्र में नसो में रुकावट की सम्भावना कम होती है। परन्तु तकलीफ की वजह से मरीज को एनजियोग्राफी की सलाह दी गयी। एनजियोग्राफी के उपरान्त उनकी एक नस 100 प्रतिशत ब्लाॅक पायी गयी, परन्तु मरीज की कम उम्र देखते हुए कार्डियोलोजिस्ट डाॅ. योगेन्द्र सिंह ने सीटीओ एंजियोप्लास्टी की सलाह दी, उन्होने डाॅ. योगेन्द्र सिंह का परामर्श लिया एंव मरीज की जापानी तकनीक द्वारा सीटीओ एंजियोपलस्टी की गई।
एंजियोप्लास्टी के उपरान्त मरीज को सकुशाल डिस्चार्ज कर दिया गया। एंव मरीज पूर्णतः सवस्थ है।