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नई दिल्ली, आर्थिक सुस्ती दूर करने और मांग बढ़ाने के लिए देश के कई जिलों में बैंकों ने 9 दिनों में कुल 81,781 करोड़ रुपये बांटे हैं। ये जानकारी वित्त सचिव राजीव कुमार ने सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र के बैंक प्रमुखों की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ हुई बैठक के बाद दी। कुमार ने कहा कि इसमें से 34,342 करोड़ रुपये की राशि के नए लोन थे।
बैंक प्रमुखों के साथ आज यहां हुई बैठक के बाद वित मंत्री निर्मला सीतारणम ने कहा कि बैंकों के पास पर्याप्त नकदी उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जा रही है कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों (एमएसएमई) का बड़ी कंपनियों पर बकाया भुगतान जारी हो सके।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि छोटे उद्योगों को नकदी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बैंकों से एमएसएमई के लिए बिल डिस्काउंटिंग सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कहा गया है। बड़ी कंपनियों की रिटर्न फाइलिंग के मुताबिक उन पर एमएसएमई सेक्टर के 40 हजार करोड़ रुपए बकाया हैं। दीपावली से पहले एमएसएमई का भुगतान हो जाए, इसके लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी।
वित्त मंत्री ने कहा कि अब अगला लोन मेला दिवाली के करीब 21 से 25 अक्टूबर तक लगाया जाएगा। इस लोन मेला को देश के 400 जिलों में लगाने की योजना है, जहां लोगों को रोजगार के अलावा त्योहारों की खरीदारी के लिए भी लोन दिया जाएगा। दरअसल यह कदम अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।